जोधईया बाई बैगा को आवास के जीर्णोद्धार तथा उमरिया जिले में आदिवासी कला के प्रोत्साहन हेतु राज्यपाल ने मंजूर की आर्थिक सहायता
कलेक्टर ने जनगण तस्वीरखाना पहुंचकर जोधईया बाई को सौंपा चेक
उमरिया – जिले के छोटे से गांव लोढ़ा की रहने वाली सीधी सादी आदिवासी वृद्धा लकड़ी बेच कर अपना गुजारा करती थी और एनएसडी पास आउट कलाकार स्वर्गीय आशीष स्वामी के संपर्क में आने के बाद उनकी मेहनत और जोधईया बाई की लगन रंग लाई।
बैगा आर्ट पर चित्रकारी सीखने के बाद अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने गुरु की मेहनत और अपनी लगन से पहचान बनाई और उसका परिणाम रहा जोधईया अम्मा को देश की महामहिम राष्ट्रपति के हाथों पद्मश्री का सम्मान मिलना। इतना ही झोपड़ी में रहने वाली जोधईया अम्मा सीधे देश के प्रधानमंत्री से अपने लिए घर की मांग कर ली। घर तो नही मिला, लेकिन प्रदेश के राज्यपाल ने उमरिया जिला निवासी अन्तर्राष्ट्रीय चित्रकार पद्म श्री की उपाधि से सम्मानित जोधइया बाई को उनके आवास के जीर्णाेद्धार हेतु एक लाख 50 हजार रुपये तथा उमरिया जिले में आदिवासी कला केंद्र की स्थापना के लिए 5 लाख रुपये विवेकानुदान मद से मंजूर किये हैं, जिसका चेक कलेक्टर डॉक्टर कृष्ण देव त्रिपाठी ने लोढ़ा स्थित जनगण तस्वीरखाना पहुंचकर जोधईया बाई को सौंपा। इस अवसर पर एसडीएम बांधवगढ़ सिद्धार्थ पटेल, जनगण तस्वीरखान के संचालक आशीष स्वामी के भतीजे निमिष स्वामी सहित अन्य कलाकार उपस्थित रहे।
कलेक्टर डॉक्टर के डी त्रिपाठी व्दारा जोधइया बाई बैगा का नाम प्रधानमंत्री आवास का लाभ प्राप्त करने के आवश्यक एस ई सी सी में नहीं होने के कारण आवास का लाभ दिलाने हेतु प्रस्ताव राज्य शासन तथा राज्यपाल मध्यप्रदेश शासन को भेजा गया था। पद्मश्री अंतर्राष्ट्रीय कलाकार जोधइया बाई बैगा के आवास के जीर्णाेद्धार हेतु अनुदान उपलब्ध कराने हेतु उमरिया जिला वासियों, जिला प्रशासन तथा कला एवं संस्कृति प्रेमी लोगों ने माननीय राज्यपाल महोदय को धन्यवाद ज्ञापित किया है तथा जिले में आदिवासी कला केंद्र को बढ़ावा देने हेतु क्लस्टर भवन के निर्माण से आदिवासी कला एवं संस्कृति को गति मिल सकेगी।