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रोड नही तो वोट नही, 200 वर्ष से सड़क के लिए तरसते ग्रामीण

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आइये आपको हम ऐसा गांव दिखाते हैं जो 200 वर्षों से बसा हुआ है लेकिन आज तक सड़क नही बन सकी, अब ग्रामीणों ने एलान कर दिया रोड नही तो वोट नही।

रोड नही तो वोट नही, 200 वर्ष से सड़क के लिए तरसते ग्रामीण

मध्यप्रदेश के उमरिया जिले में एक से बढ़ कर एक विकास के नमूने देखने को मिलेंगे, देश आजाद होने के पहले राजतंत्र हुआ करता था और उस समय तो कोई सुविधा लोगों को मिलती नही थी। देश आजाद होने के बाद ग्रामीणों की उम्मीद जागी कि अब हमारे क्षेत्र का विकास होगा लेकिन उनको क्या पता कि जो क्षेत्रीय विधायक होंगे वो और भी खतरनाक होंगे। उनको तो अपना घर भरने से फुरसत मिलेगी तब न लोगों का विकास करेंगे।

रोड नही तो वोट नही, 200 वर्ष से सड़क के लिए तरसते ग्रामीण

उमरिया जिले का पूर्व में उमरिया 80 और वर्तमान में मानपुर 90 विधानसभा क्षेत्र का ग्राम बमेरा 200 वर्षों से बसा हुआ है और आज तक ग्रामीण रोड को तरस रहे हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान यहां की वर्तमान भाजपा विधायक मीना सिंह जो पूर्व में 2 बार मंत्री भी रह चुकी हैं, वो तो साफ कह चुकी हैं कि हमारे विधानसभा क्षेत्र का सम्पूर्ण विकास हो चुका है, अब तो जनता जो कहेगी वही काम होगा। यह कैसा विकास है जो सामने दिख रहा है।

रोड नही तो वोट नही, 200 वर्ष से सड़क के लिए तरसते ग्रामीण

यहां के बच्चे पढ़ नही पाते, यहां 108 एम्बुलेंस नही जाती, यहां के लोग बीमार होने पर घर मे ही दम तोड़ देते हैं। यहां आए दिन ग्रामीण जंगली जानवरों का शिकार होते रहते हैं, और तो और यहां रोड न होने के कारण यहां के बच्चे बच्चियों की जल्दी शादी नही होती कुल मिलाकर यदि कहा जाय कि यहां के लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी।

रोड नही तो वोट नही, 200 वर्ष से सड़क के लिए तरसते ग्रामीण

विधायक, मंत्री, सांसद, नेता अधिकारी सभी के झूठे आश्वासन को सुन कर अब यहां की जनता ने गांव के बाहर बैनर टांग दिया है कि रोड नही तो वोट नही।

रोड नही तो वोट नही, 200 वर्ष से सड़क के लिए तरसते ग्रामीण

वहीं अब ग्रामीण एक होकर चुनाव का बहिष्कार करने की ठान लिए हैं।


ग्रामीण अंकित तिवारी का कहना है कि हमारा गांव 200 वर्षों से बसा हुआ है, हम लोगों ने कई बार शासन प्रशासन को ज्ञापन दिया है कि हमारे यहां रोड बनाई जाए लेकिन किसी ने नही सुना अब हम लोगों ने निर्णय लिया है कि रोड नही तो वोट नही,
“जनता नही अब अज्ञानी, नासमझ और नादान अब बनवाओ सड़क जब होगा मतदान”

रोड नही तो वोट नही, 200 वर्ष से सड़क के लिए तरसते ग्रामीण

वहीं गांव की छात्रा जानकी प्रजापति का कहना है कि हमारा गांव 200 वर्षों से बसा हुआ है कई बार हम लोगों के द्वारा कलेक्टर साहब को ज्ञापन दिया गया कि हमारे गांव की सड़क बनवाई जाय लेकिन किसी ने नहीं सुना अबकी बार हमारे गांव ने निर्णय लिया है कि रोड नहीं तो वोट नहीं।

रोड नही तो वोट नही, 200 वर्ष से सड़क के लिए तरसते ग्रामीण

वहीं गांव के दयाराम प्रजापति का कहना है कि हम लोग 200 वर्षों से यहां बसे हुए हैं हमारे यहां रोड की बहुत बड़ी समस्या है हमारे यहां जानवरों का आतंक भरा हुआ है आने-जाने में दिक्कत होती है अबकी बार हम लोगों ने कलेक्टर साहब को ज्ञापन दिया है कि यदि रोड नहीं बनेगी तो हम लोग वोट नहीं देंगे।

रोड नही तो वोट नही, 200 वर्ष से सड़क के लिए तरसते ग्रामीण

वहीं गांव के विशाली राम का कहना है कि हम लोगों ने कलेक्टर साहब को ज्ञापन दिया है कि अगर रोड नहीं बनेगी तो वोट नहीं पड़ेगा हमारे यहां जाने आने की गंभीर समस्या होती है कोई बीमार हो जाता है तो एंबुलेंस नहीं आती है जहां दो घंटे में पहुंचना है वहां 4 घंटे का समय लगता है लोग रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं बच्चे पढ़ने नहीं जा पाते हैं इसलिए अगर रोड नहीं बनेगी तो हम लोग वोट नहीं डालेंगे।

रोड नही तो वोट नही, 200 वर्ष से सड़क के लिए तरसते ग्रामीण

गौरतलब है कि जिला प्रशासन ग्रामीणों को मनाने में लगा हुआ है लेकिन अब ग्रामीण झांसे में नही आ रहे हैं उनका बस एक ही कहना है रोड नही तो वोट नही।

रोड नही तो वोट नही, 200 वर्ष से सड़क के लिए तरसते ग्रामीण

यह तो 19 अप्रैल को ही पता चलेगा कि ग्रामीण अपनी मांग पर अड़े हैं या जिला प्रशासन उनको मनाने में सफल हो पाता है।

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