सुरेन्द्र त्रिपाठी
उमरिया 28 अगस्त – कोविड-19 के चलते शासन ने सभी धार्मिक आयोजनों पर रोक लगा दिया था मगर उमरिया में सभी नियम कानून को ठेंगा दिखाते हुए मोहर्रम के अवसर पर बाबा की सवारी के साथ हजारों लोगों का एक जुलूस निकाला गया जिस पर उमरिया के अन्य धार्मिक संगठनों से जुड़े लोगों ने उमरिया कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक को शिकायत पत्र देते हुए कार्यवाही की मांग की जिस पर उमरिया पुलिस ने आयोजन कमेटी पर एफ आई आर दर्ज कर ली है ।

उमरिया इमामबाड़ा का यह वायरल वीडियो इस बात को दर्शाता है कि कोविड-19 के नियमों से इन्हें कोई लेना-देना नहीं है और ना ही इन्हें इन नियमों का पालन करना है जबकि शासन के नियम कहते हैं कि कोविड-19 के चलते कोई भी धार्मिक आयोजन नहीं होंगे और न ही भीड़भाड़ वाले कोई भी कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा मगर उमरिया में समाज विशेष के लोगों ने इस कार्यक्रम का आयोजन किया और वही आयोजन कमेटी के आयोजक मेंहदी हसन यह कह रहे हैं बाबा हुजुर की सवारी हर वर्ष उठती है और सभी धर्म के लोग शामिल होते हैं लेकिन इस वर्ष कोरोना के संक्रमण को देखते हुए ऐसा कोई भी आयोजन नहीं हुआ।

रात के अंधेरे में जब यह कार्यक्रम होने के बाद सुबह जब इस कार्यक्रम के वायरल वीडियो को सोशल मीडिया में देखा गया तो विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री पवन त्रिपाठी एवम बजरंग दल के जिला संयोजक सोनू विश्वकर्मा एवम कुछ धार्मिक संगठनों ने आपत्ति दर्ज कराते हुए उमरिया कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक के कार्यालय पहुंचकर एक ज्ञापन के माध्यम से शिकायत दर्ज करवाई और कहे कि यदि ये लोग नही मानते हैं तो हमारा अगला कदम कुछ भी हो सकता है।



एस डी ओ पी के के पांडेय बताये कि कार्यक्रम की शिकायत के बाद उमरिया पुलिस आयोजन कमेटी के ऊपर एफआईआर करते हुए जांच का दायरा बढ़ा दिया है। और आगे ऐसी कोई स्थिति बनती दिखी तो कड़ी से कड़ी कार्यवाही के निर्देश जारी किए गए है। उमरिया पुलिस ने अपराध क्रमांक 417/20 धारा 188 भा द वि एवम आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 की धारा 51बी के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दिया है।
