सुरेन्द्र त्रिपाठी

पेट्रोलिंग के दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में मिला मादा बाघ शावक का शव
उमरिया 18 अगस्त – उप संचालक बांधवगढ टाईगर रिजर्व लवित भारती ने बताया कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मगधी कोर परिक्षेत्र की बीट धमोखर के कक्ष क्रमांक 290 में पेट्रोलिंग के दौरान एक मादा बाघ शावक का शव देखा गया। सूचना मिलने पर परिक्षेत्र अधिकारी मगधी मौके पर पहुंचे एवं क्षेत्र को सील कर वरिष्ठ अधिकारियों एवं सहायक वन्य जीव शल्यज्ञ को सूचना दी। सूचना मिलने पर क्षेत्र संचालक बांधवगढ़, सहायक वन्य जीव शल्यज्ञ, पशु चिकित्सा अधिकारी उमरिया डॉ अखिलेश एवं एनटीसीए के प्रतिनिधि सी एम खरे तत्काल मौके पर पहुंचे। डॉग स्क्वाड से क्षेत्र के आस पास सर्च कराई गई। थोड़ी दूर एक नर बाघ के पदचिन्ह पाए गए। कोई अन्य प्रमाण नहीं मिले। प्रथम दृष्टया नर बाघ द्वारा बाघ शावक, जिसकी आयु 5 से 6 माह रही होगी, को मारा जाना प्रतीत होता है। शावक का पिछला पैर नहीं था जिसे नर बाघ द्वारा खा लिया जाना प्रतीत होता है।अन्य सभी अंग, दांत व नाखून मौके पर पाए गए। शव का मेटल डिटेक्टर से परीक्षण उपरांत विच्छेदन कर सैंपल लिए गए। क्षेत्र संचालक की उपस्थिति में बाघ शावक का शवदाह किया गया। बाघ शावक संभवतः बाघिन टी 16 का शावक था, जिसकी टेरिटरी इस क्षेत्र में है। नर बाघ की पहचान नहीं हो सकी है। गौरतलब है कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में आये दिन हो रही बाघों की मौत को प्रबंधन के द्वारा हमेशा आपसी लड़ाई ही बताई जाती है जबकि जानकारों का कहना है कि नर बाघ कभी भी मादा बाघिन का शिकार नही करता है, इतने के बाद भी पार्क प्रबंधन अपनी कमियों को छिपाने के लिए हमेशा आपसी लड़ाई बता कर अपना पल्ला झाड़ लेता है। ऐसे मे आवश्यकता है उच्च स्तरीय जांच की।