सुरेन्द्र त्रिपाठी
उमरिया 1 जुलाई – जिले में एक तरफ कोरोना किल अभियान की शुरुआत करने के बारे में सी एम एच ओ डॉक्टर राजेश श्रीवास्तव जिला कलेक्टर कार्यालय में कमिश्नर शहडोल के सामने अभियान शुरू करने की तैयारी बता रहे थे दूसरी तरफ जिले के पाली जनपद ग्राम पंचायत मलहदू के ग्राम कुरावर मे अहमदाबाद से आया युवक कोरोना पाजटिव निकल गया। जिले में अभी तक सी एम एच ओ द्वारा अधिकारियों के सामने अपनी पीठ थपथपाई जा रही थी कि हमने जिले को कोरोना मुक्त कर दिया। लेकिन सच्चाई तो यह रही कि करकेली जनपद में सही ढंग से सैम्पल लिया ही नही गया, जो भी सैम्पल लिए गए वो सभी मुंह से लिये गए, थ्रोट से कभी लिए ही नही गये, ऐसे में कहां से कोरोना का सही रिपोर्ट आता, बड़ी बात तो यह है कि सैम्पल कलेक्ट करने वाले दल को टँगस्प्रेटर दिया ही नही गया तो ऐसे में वो लोग कैसे ठीक से सैम्पल लेते और रिपोर्ट कहाँ से सही आएगी। जिले के सी एम एच ओ कागजों में तो माहिर हैं लेकिन 2 साल में वो अपने ही विभाग के सभी केंद्रों के बारे में ही जानते हैं, यदि सच्चाई देखनी है तो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सुखदास जाकर देखा जा सकता है, वहां के भवन के पीछे का दरवाजा टूटा हुआ है, इतना ही नही जिला अस्पताल में साईं नाथ पैरामेडिकल कालेज के छात्र हर जगह काम करते मिलेंगे, इनको अनुमति कब और किसने दिया है इनको पता ही नही है, कभी उस पैरामेडिकल कालेज को देखने ही नही गए कि वहां बच्चों के लिए लैब भी है या नही। ऐसे कागजी वीर सी एम एच ओ के जिले में रहते कोरोना की क्या स्थिति है सही जानकारी किसी के पास नही है। आज जब जिले में कोरोना की वापसी हुई तो फिर उच्च अधिकारियों की बैठक में कागजी हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ लिए।जबकि जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन लगातार सक्रिय है, और ये फर्जी जानकारी देकर सभी को बरगलाने में माहिर नजर आ रहे हैं। पाली जनपद में फिर कोरोना पॉजिटिव आते प्रशासन तो सक्रिय हो गया प्रभावित युवक को जिल़ा अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड मे लाने के साथ युवक की ट्रेवलिंग हिस्ट्री तैयार करने के साथ उसके घर के आसपास का एरिया को सील करने व अन्य कार्यवाही भी कर दी गई, लेकिन क्या उच्च अधिकारी इनके कार्य कलापों पर भी ध्यान देंगे।