अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बारें में बात करें तो हर की जानता है कि वो एक सनकी किस्म के व्यक्ति है कब, कहां, क्या बोल जाये इसके बारें में वो खुद ही नही जानते। और ऐसा ही कुछ कर बैठे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ जिसमें उन्होनें हमारे देश के प्रधानमंत्री मोदी को लेकर विवादित बयान दे डाला। उन्होंने कहा कि G20 समिट के दौरान, पीएम मोदी ने मुझे कश्मीर में मध्यस्थता करने के लिए आमंत्रित किया है! गौरतलब है कि उन्होंने यह बात पाकिस्तानी पीएम इमरान खान की मौजूदगी में कही है।
जाहिर है कि ट्रंप ने इमरान खान को खुश होने करने के लिये लॉलीपॉप देने का एक मौका मिल गया है, लेकिन यहाँ इंडिया में तो कोहराम मच गया है। जो लोग ‘गोल्फ प्लेयर’ को अच्छे से जानते हैं वो उनकी बातों को जरा भी भाव नहीं दे रहे हैं, वहीँ दूसरी ओर लोगों ने पीएम मोदी को भी उकसाया कि वो इस मुद्दे पर अपनी सफाई दें कि क्या उन्होंने सच में ऐसा कहा था?
इन सब विवादों से दूर प्रधानमंत्री मोदी और ट्रंप के रिश्तों में कोई गिरावट दर्ज़ नहीं की गई है, उनका कार्यक्रम पहले जैसा ही चल रहा है।
लेकिन ट्रंप के इस बयान को हमारे मोदीजी पचा नही पाये और सुबह होते ही फोन लगा दिया और कहा कि, “क्या यार मि. ट्रंप, ये क्या बोल दिया तुमने! विपक्ष वाले मेरे पीछे पड़ गये हैं! आप ‘भी’ अच्छे से ‘फ़ेंक’ लेते हैं नई? किसी बात पर आपका ध्यान तो रहता नहीं, कुछ भी मन से बनाकर बोल देते हो! Great going my friend!.
यह सुनकर ‘ट्रंप’ की बत्तीसी निकल आई और हँसकर बोले- “सब आप से ही सीखा है मोदीजी!” वो ऐसा कह ही रहे थे तो मोदीजी ने उन्हें बीच में टोक दिया- “अच्छा! सीरियसली बताओ? कश्मीर कहाँ है तुम्हें पता भी है?
“नही मुझे नहीं मालूम! ये तो इमरान खान ने बताया ही नही। मेरे ख्याल से रूस में है शायद, चेचेन्या के बगल में!” -ट्रंप ने झट से जवाब दिया। इसी तरह की तीन-चार बातें और करने के बाद दोनों ने फोन रख दिया।
उधर, भारत सरकार ने ट्रंप के बयान को गंभीरता से लिया है। विदेश मंत्रालय ने व्हाइट हाउस को एक चिट्ठी लिखकर कहा है कि, “जैसे ही प्रेजिडेंट ट्रंप सही बातें करना शुरू कर देंगे, हमें सूचित करने का कष्ट करें!” विशेषज्ञों का मानना है कि इस चिट्ठी का जवाब कभी नहीं आने वाला।
I read this paragraph fully regarding the comparison of hottest and preceding technologies,
it’s awesome article.