उमरिया 20 जून – जिला इन दिनों अवैध उत्खनन के मामले में प्रदेश में अपना गौरवमयी और अव्वल स्थान रखता है, यहाँ प्रदेश के कई जिलों के लोग भारी – भारी मशीनों को लाकर अवैध उत्खनन करवा रहे हैं और जिले के खनिज अधिकारी को किसी चीज की जानकारी ही नहीं है वहीँ जिले के कलेक्टर कार्यवाई की बात कर रहे हैं और भाजपा विधायक बड़े आन्दोलन की बात कर रहे हैं, इतना ही नहीं इस जिले में किसी के कोई आदेश नहीं चलते हैं |
इन दिनों अवैध उत्खनन और परिवहन के मामले में प्रदेश में अपना अलग स्थान रखने वाला जिला बन गया है उमरिया जिला, यहाँ किसी के निर्देश और आदेश नहीं चलते हैं यहाँ अगर चलते हैं तो मात्र माफियाओं के आदेश और उनके ईशारे पर चलने वाले अधिकारीयों के निर्देश | यहाँ दिन में खुले आम भारी – भारी मशीनों से नदियों का सीना छलनी किया जा रहा है, ग्रामीण, मवेशी कोई भी उन गड्ढों में गिर कर मरे इसकी परवाह किसी को नहीं है | चाहे वन विकास निगम, सामान्य वन हो या टाइगर रिज़र्व का क्षेत्र हो या राजस्व का किसी से कोई मतलब नहीं खनिज माफियाओं को तो अपने काम से मतलब है | खनिज अधिकारी से बात किये और लोकल अधिकारियों को मैनेज किये और बस मशीनों से काम शुरू, न कोई रोकने वाला है न कोई देखने वाला है | जिला खनिज अधिकारी को तो नदियाँ, पोकलीन मशीनें और रेत लेकर जाते ट्रेक्टर एवं बड़े – बड़े हाईवा नजर ही नहीं आते हैं, इतना ही नहीं जब जिला खनिज अधिकारी राम सिंह उइके से पूंछा गया कि राज्य सरकार और एन जी टी के निर्देश हैं कि 15 जून से नदियों में किसी तरह का उत्खनन नहीं होगा और जितने भी भंडारण हैं उनका सत्यापन कर कितनी मात्रा में रेत उनके पास भंडारित है आन लाईन दर्ज करें तब उनका कहना रहा कि जिले में 30 भंडारण हैं और उनमें से 5 भंडारण का सत्यापन कर आन लाईन दर्ज कर दिया गया है, वहीँ जब पूंछा गया की जिले में 15 जून के बाद बड़ेरी, जमुनिया, खैरभार, उंडा, झाला, बटुरावाह भर नहीं बल्कि सभी जगह से अवैध रेत का उत्खनन हो रहा है और उन्ही रेत को भंडारित किया जा रहा है और बेचा जा रहा है तब कहे कि कलेक्टर साहब और एस पी साहब के मार्गदर्शन में कार्यवाई प्लान किये हैं और संयुक्त रूप से कार्यवाई करेंगे वहीँ कहे कि उस क्षेत्र में अवैध उत्खनन नहीं हो रहा है और जो आप बता रहे हैं उन स्थानों पर सतत जांच की जा रही है मामले प्रकाश में आ रहे हैं कार्यवाई कर रहे हैं, बड़ेरी, जमुनिया आपने अवगत कराया है हम कल देखेंगे गौरतलब है कि इनको कहीं भी अवैध रेत का उत्खनन नजर नहीं आ रहा है जब मिडिया बताटा है तब इनको जानकारी होती है | वहीँ जब पूंछा गया कि यहाँ से लेकर राजधानी तक हल्ला मचा है कि कोई सुरेन्द्र सिंह और नीलेश सिंह खनिज विभाग को हैक करके रखे हैं जो ये लोग कहते हैं वही होता है तब कहे कि नहीं – नहीं हम इससे कोई ताल्लुक नहीं रखते हैं |
वहीँ जब इस मामले में जिले के कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी से बात किया गया तो उनका कहना है कि हमें आज भी कुछ शिकायते प्राप्त हुई है हम सख्त से सख्त कार्यवाई करेंगे और दूसरी – तीसरी बार शिकायत प्राप्त हुई तो स्थाई रूप से उनका भंडारण निरस्त करेंगे और मशीन पकड़ी जाती है तो उस पर कार्यवाई करेंगे और राजसात करेंगे झाला टेकन और खैरभार के मामले में कहे कि आज ही शिकायत प्राप्त हुई है और हमने खनिज अधिकारी को वहां भेजा है हम इ स पर कार्यवाई करेंगे और प्रभावी कार्यवाई करेंगे |
इस मामले में बांधवगढ़ विधायक शिव नारायण सिंह का कहना है कि हमने संगठन के और अपने माध्यम से कलेक्टर महोदय को पत्रों के और फोन के माध्यम से जानकारी दिया कि ऐसा – ऐसा हो रहा है साहब जिले में और ख़ास कर मेरे बांधवगढ़ विधान सभा क्षेत्र में, यह पहली बार हुआ है कि नदी में बड़े – बड़े जे सी बी और मशीन से अवैध उत्खनन हो रहा है इसको रोका जाय नहीं तो हमारे उमरिया जिले की नदियाँ किस दिशा में जायेंगी जो हमारे जिले की धरोहर है छोटी नदी हो या बड़ी नदी हो हमारे पर्यावरण को संतुलित करती हैं इसलिए जो अवैध उत्खनन हो रहे हैं उनको रोका जाय नहीं तो भाजपा बड़ा आन्दोलन करेगी |
गौरतलब है कि अभी तक तो भिंड, मुरैना ही रेत के अवैध उत्खनन में बदनाम था लेकिन अब उमरिया जिला उनसे भी आगे है और जिला प्रशासन कहीं न कहीं मूक सहमति देकर अवैध उत्खनन करवाने में सहभागी बना है, सबसे बड़ी बात तो यह है कि बारिश होने में दो चार दिन का ही समय शेष है और उसका लाभ खनिज माफियाओं को जिला प्रशासन द्वारा भरपूर दिया जा रहा है और जैसा विपक्ष आरोप लगा रहा है कि कांग्रेस सरकार में अवैध उत्खनन जोरों पर चल रहा है वह सामने दिख रहा है और आने वाले समय में आदमी और मवेशी उन गड्ढों में गिर कर मरेंगे जिसका जबाबदार जिला प्रशासन होगा वहीँ सरकार को बदनाम करवाने में भी जिले के अधिकारी बड़ी भूमिका अदा कर रहे हैं |