उमरिया – बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के दैनिक वेतनभोगी, सुरक्षा श्रमिक अपनी वर्षों से लंबित 7 सूत्रीय मांगों को लेकर ताला बांधवगढ़ में धरने पर बैठ गए।
वन विभाग दैनिक श्रमिक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष शिव कुमार ने बताया कि हमारी वर्षों से 7 सूत्रीय मांगे लम्बित हैं, हम लगातार जिला स्तर, संभाग स्तर एवं उच्च स्तर पर वन विभाग में कार्यरत दैनिक सुरक्षा श्रमिको / स्थाई कर्मियो की जायज मांगों के निराकरण कराये जाने के संबंध में मांग करते आ रहे हैं।
किन्तु आज दिनांक तक विभाग द्वारा यह शासन / प्रशासन द्वारा उक्त दैनिक सुरक्षा श्रमिको सहित अन्य सवर्ग कर्मचारियों की न्याय उचित मांगों का किसी भी तरह का निराकरण नहीं किया गया जिसमें वन विभाग में अपनी जान जोखिम में डाल कर वन संपदा एवं टाईगर रिजर्व की सुरक्षा करने वाले कर्मचारियों में असंतोष एवं रोष है।
जिसके चलते वन विभाग म.प्र में कार्यरत सुरक्षा श्रमिक / स्थाई कर्मी / वाहन चालक / कम्प्यूटर ऑपरेटर / सहायव महावत (चारा कटर) के सात सूत्रीय मांगों का निराकरण न होता देख अब धरने पर बैठ गए हैं।
इनकी 7 सूत्रीय मांगे इस प्रकार हैं।
वन विभाग में कार्यरत दैनिक सुरक्षा श्रमिकों की सीनियरिटी तैयार कर स्थाई कर्मी में समाहित किया जाये/ वन विभाग दैनिक श्रमिकों की बारीयता सूची तैयार की जाये।
वन विभाग में दैनिक श्रमिकों की मूल वेतन का 30% प्रोत्साहन राशि दिलाया जाये।
वन विभाग दैनिक श्रमिको को कार्य के दौरान मृत्यु व जानवरों के द्वारा मार दिया जाता है। उनके आश्रित परिवार को नौकरी या मुआवजा दिलाया जाये।
वन विभाग दैनिक श्रमिको को कार्य से पृथक किया गया उन्हें पुनः कार्य पर रखा जाये।
वन विभाग के दैनिक श्रमिकों का 5 वर्ष पूरा होने पर उन्हें कुशल श्रमिक का पेमेन्ट दिलाया जाये।
वन विभाग मे दैनिक श्रमिक की डयूटी 8 घंटे निर्धारित किया जाये।
वन विभाग स्थाई कर्मी को नियमित एवं सांतवा वेतन मांग दिलाया जाये/ दैनिक श्रमिकों को 2013 से राशन भत्ता का एरियर्स दिलाया जाये।
हम दैनिक श्रमिकों की आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखते हुये हमें स्थाई कर्मी बनाया जाये।