उमरिया – जिले का विश्व विख्यात बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व एक बार फिर सुर्खियों में आ गया। लगातार हो रही बाघों की मौत ने वन्य जीव प्रेमियों की नींद उड़ा रखा है। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के मानपुर रेंज अंतर्गत पटेहरा बीट के पीएफ 641 के चरपरिया हार में एक 4 वर्षीय वयस्क मादा बाघ की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई।
मानपुर रेंजर मुकेश अहिरवार ने बताया कि प्रथम दृष्टया बाघिन की मौत आपसी लड़ाई के कारण हुई है। मृत बाघिन की सूचना मिलते ही उच्च अधिकारियों को सूचित कर दिया गया और उनकी मौजूदगी में बाघिन का पोस्टमार्टम करवा कर उसके अवयव जप्त कर फोरेंसिक लैब भेजा जाएगा वहीं डॉग स्क्वायड के माध्यम से भी पता लगाया जा रहा है।
गौरतलब है कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में जब भी बाघ की मौत होती है तो पार्क प्रबंधन के पास एक ही जबाब रहता है कि आपसी लड़ाई में मौत हुई है जबकि मादा बाघ के ऊपर नर बाघ कभी भी हमला नही करता है। हालांकि पार्क प्रबंधन 24 घंटे गश्ती के दावे करता है, यदि गश्ती होती तो इस तरह बाघों की मौत नही होती, लगातार हो रही बाघों की मौत यह बताती है कि गश्ती केवल कागजों में होती है और डीजल, पेट्रोल का बिल निकाल कर बजट का बंदरबांट किया जा रहा है।