उमरिया 11 जनवरी – सरकार बदली लेकिन रवैया वही पुराना, नहीं पड़ा कोई फर्क, जिले में हो रहा है जोरों पर अवैध उत्खनन, उडाई जा रही है एन जी टी के नियमों की धज्जियां, नदियों में हो रहा है मशीनों से उत्खनन, किसान और ग्रामीण हो रहे हैं परेशान, प्रदेश की नई सरकार खनिज पखवाड़ा चला कर अवैध उत्खनन को रोकने के प्रयास में लगी है वहीँ खनिज विभाग की मिली भगत से हो रहा अवैध उत्खनन, जिला पंचायत सदस्य ने कलेक्टर को दिया चेतावनी भरा ज्ञापन, साथ ही किसान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ने भी खनिज मंत्री से बात करने को कहा, जिले के कलेक्टर ने नियमों के अनुसार कार्यवाही करने को कहा |
सरकार कोई भी हो खनिज माफियाओं का रवैया वही है, माफियाओं के सेहत पर सरकार बदलने का कोई असर नहीं है, भाजपा की सरकार में भी शिवा कारपोरेशन द्वारा एन जी टी के नियमों की खुल कर धज्जियां उडाई जाती थी और आज भी वैसे ही नियमों को दरकिनार कर नदियों का सीना भारी – भारी मशीनों से छलनी किया जा रहा है, यह मामला है उमरिया जिले के मानपुर जनपद अंतर्गत सोन नदी के मसीरा घाट का जहां प्रदेश के पूर्व मुख्य मंत्री शिव राज सिंह की चहेती कंपनी शिवा कारपोरेशन द्वारा पोकलीन मशीन से रात में उत्खनन कर सैकड़ों हईवा और डम्पर में रेत भर कर रीवा, सतना, कटनी, शहपुरा, जबलपुर जैसी जगहों में भेजा जाता है | वहीँ वन विभाग अब थोड़ी सख्ती बरतते हुए ताला के रास्ते से रेत परिवहन की जांच करने लगा है जिसके चलते अब रेत माफिया अपना रास्ता बदल कर मानपुर से करकेली के रास्ते निकल कर शहपुरा जाने लगे हैं, इतना ही नहीं जिले में अनेकों जगह से अवैध उत्खनन और परिवहन होता है | इस मामले में किसान कांग्रेस के जिला अध्यक्ष सकील खान का कहना है कि शिवा कारपोरेशन भारतीय जनता पार्टी और शिवराज सिंह से सीधे संपर्क है और जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी तब मनमानी करते हुए मसीरा घाट में रेत खोद कर बड़े – बड़े कुंड बना दिए हैं, कलेक्टर साहब से यह कहूंगा कि तत्काल अपना और खनिज विभाग का अमला लेकर मौके पर पंहुचे और जितनी भी अवैध मशीने चल रही हैं उनको जप्त कर उन पर कार्यवाई करें यही नहीं जिले भर में और भी शिकायतें आ रही हैं, चंदिया के पास से सोन नदी, उमरार नदी से और जहां भी मशीने चल रही हैं उस पर कलेक्टर महोदय संज्ञान लेकर कार्यवाई करें और हम भोपाल में खनिज मंत्री से बात करके उमरिया जिले में जितना खनिज घोटाला हुआ है उस को उजागर करने का प्रयास करेंगे |
अब ज़रा जिले के दूसरी तरफ भी नजर डालें तो दूसरी बड़ी नदी भदार के नाम से जानी जाती है वहां भी जिले के बाहर से आये रेत माफिया सांठ – गाँठ कर पोकलीन मशीन लगा कर अवैध रूप से उत्खनन करने में जुटे है और कुछ नदियों से ट्रेक्टर वाले खुले आम अवैध उत्खनन में लगे हैं ग्राम सलैया निवासी श्रुति प्रसाद कुशवाहा का कहना है कि रात और दिन 20 से 25 ट्रेक्टर चलते रहते हैं किस गांव के ट्रेक्टर हैं नहीं जानते हैं पुलिस वालों के सहयोग से आते हैं ओवर लोड होने से पूरी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क बरबाद हो गई है नदी से लेकर बरही तक की रोड टूट चुकी है गड्ढे हो चुके हैं रेत इसी घाट से भरते हैं इसको केरहा घाट कहते हैं, ये पडवार और सलैया के बीच पड़ता है भदार नदी से रेत भरी जाती है, कहाँ ले जाकर ये बेचते हैं हमको पता नहीं है खनिज विभाग के लोग भी कभी नहीं आते हैं |
खनिज विभाग ने भण्डारण की अनुमति तो दे दिया लेकिन कभी यह पता करने का प्रयास नहीं किया कि रेत कहाँ से लाकर भंडारण किया जाएगा और न ही कभी भण्डारणकर्ता से टी पी का पता करने का प्रयास किया वहीँ अगर देखा जाय तो जिले में बड़ेरी, तखतपुर, चंदिया, गिलोथर, घुनघुटी, करकेली, उजान, महिमार, बिलाईकाप, जैसे अनेकों जगह से खुले आम अवैध उत्खनन और परिवहन होता है, इन माफियाओं से प्रताड़ित होकर जिले के कलेक्टर के पास जिला पंचायत सदस्य मौजी लाल चौधरी चेतावनी भरा ज्ञापन दिए और बताये कि मानपुर तहसील के ग्राम पडवार के हलफल नदी और सलैया, मुडगुडी और सुखदास, ये भदार नदी के अंतर्गत जहाँ भी रेत है वहां से रेत माफियाओं के द्वारा अवैध रूप से रेत का उत्खनन किया जा रहा है और जो हमारी प्रदाह मंत्री सड़क है उसको हजारों डंपरों और ट्रेक्टरों के माध्यम से चकनाचूर कर दिया गया है, सोन नदी से भी अवैध तरीके से रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है, कई वन टेन मशीनों के माध्यम से अवैध उत्खनन हो रहा है, पूरी तरह से हमारा यह क्षेत्र रेड जोन में आ गया है, रेत माफियाओं के कारण हमारे किसानों और आम नागरिकों का आना – जाना बड़ी कठिनाई में हो गया है, रेत माफियाओं के डम्पर चलते हैं उससे हमारे किसानों का फसल भी नष्ट हो रहा है, यह बहुत बड़ी समस्या है और इसका हल कलेक्टर महोदय के माध्यम से होना चाहिए नहीं तो हम लोग पूरी जनता को साथ लेकर रोड में बैठ कर विरोध करेंगे |
इस मामले में जिले के कलेक्टर अमर पाल सिंह से बात किया गया तो उनका कहना है कि जो भी अवैध काम है हम उनको नहीं बख्सेंगे, जितने भी अवैध धंधे चल रहे हैं हम उनको भी बंदिश रोकने का प्रयास करेंगे, पुलिस और वन के साथ आपस में सामंजस्य करके रोकने का प्रयास करेंगे |
गौरतलब है कि एक तरफ प्रदेश के मुखिया कमल नाथ जी आदेश कर रहे हैं कि यदि किसी जिले से अवैध उत्खनन की शिकायत आयेगी तो उस जिले के कलेक्टर को हटा दिया जाएगा वहीँ खनिज मंत्री भी प्रदेश में खनिज पहवाडा चला कर कैयावाई करने के निर्देश जारी किये हैं लेकिन उमरिया जिले में खुले आम शिवा कारपोरेशन और दूसरे रेत माफियाओं के द्वारा अवैध एवं नियम विरुद्ध तरीकों से खुले आम शासन – प्रशासन के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए उत्खनन और परिवहन खुले आम किया जा रहा है, इतना ही नहीं खनिज माफिया अब रास्ता बदल कर परिवहन करने में जुटे हैं लेकिन जिला प्रशासन और खनिज विभाग की मेहरबानी शिवा कारपोरेशन पर लगातार बरस रही है जिसके चलते वहां भारी – भारी मशीनों से रात भर नदियों का सीना खुले आम छलनी किया जा रहा है ऐसे में प्रदेश स्तर के अधिकारीयों को चाहिए कि मामले की गंभीरता को देखते हुए आकस्मिक रूप से छापा मार कार्यवाई करे और इसकी सूचना जिला मुख्यालय को होने ही न पाए ताकि रेत माफिया सतर्क न होने पाए और रंगे हाथो मशीने से लोड होते पकडे जाएँ | अब देखना है कि रेत माफिया पर अंकुश लगता है या शासन – प्रशासन रेत माफियाओं के सामने नतमस्तक होता है |