उमरिया 15 अगस्त – जिला जेल में मनाया गया राखी का त्यौहार, दूर – दूर से बहने आकर अपने भाईयों को राखियाँ बाँधी वहीँ मुस्लिम परिवार भी जेल में मनाया राखी का पर्व | उप निरीक्षक सरिता ठाकुर भी जेल में निरुद्ध कैदियों को राखी बाँध कर शपथ दिलवाई कि दुबारा ऐसा काम नहीं करेंगे कि जेल में आना पड़े | जेलर बताये कि 160 कैदी निरुद्ध हैं और सभी को ससम्मान मौक़ा दिया जा रहा है कि सभी बहने अपने भाईयों को राखी बाँध सकें |
उमरिया जिला जेल में भी हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी राखी का पर्व मनाया जा रहा है, सभी निरुद्ध कैदियों की बहनों को राखी बांधने का मौक़ा दिया जा रहा है कि अपने भाईयों को रखी बाँध सकें | एक तरफ तो लोग कहते हैं कि मुस्लिम परिवार रक्षा बंधन का पर्व नहीं मनाते हैं लेकिन सबसे बड़ी बात तो यह देखने को मिली कि जेल में निरुद्ध अनवर खान का परिवार भी राखी बांधने आया और रक्षा बंधन में शामिल हुआ | वहीँ पुलिस निर्दयता के मामले में बदनाम है लेकिन ऐसा नहीं है पुलिस वालों के भी दिल होता है, जिले के इन्दवार थाने में पदस्थ प्रभारी थाना प्रभारी सरिता ठाकुर उप निरीक्षक होने के बाद लगातार 2 वर्षों से जेल में निरुद्ध कैदियों को राखी बांधने अवश्य आती हैं और राखी भर नहीं बांधती हैं बल्कि एक बहन का फर्ज भी निभाती हैं कैदी भाईयों को शपथ भी दिलवाती हैं कि अब दुबारा कोई ऐसा काम नहीं करेंगे कि जेल आना पड़े | वहीँ छत्तीसगढ़ से अपने भाई को राखी बांधने आई माया पाण्डेय कहती हैं कि हम अपने भाई को रखी बाँधने आये हैं और उनको यह भी समझाते हैं कि दुबारा कोई ऐसा काम नहीं करेंगे कि जेल आना पड़े |
वहीँ जेलर एम एस मराबी बताये कि हमारे जेल में आज की तारीख में 160 कैदी निरुद्ध हैं और हम सभी को ससम्मान मौक़ा दे रहे हैं कि अपने भाईयों को राखी बांधे और जो थोड़ा बहुत मीठा और फल खिलाना हो खिला दें, जेल की तरफ से हल्दी, चावल और सिन्दूर की व्यवस्था भी की गई है वहीँ जेल के नियमों का भी पालन पूर्ण रूप से करवाते हुए पर्व मना रहे हैं |
गौरतलब है कि जिस तरह बहनें अपने भाईयों को समझा रही हैं और एक पुलिस अधिकारी उन सभी निरुद्ध कैदियों की बहन बन कर जेल में राखी बाँध रही है और शपथ दिलवा रही है की अब ऐसा काम नहीं करेंगे कि दुबारा आना पड़े, यदि ऐसा हो जाय तो अपराध पर अंकुश अपने आप ही लग जाएगा |