उमरिया 4 मई – कलेक्टर ने किया बड़ी कार्यवाई, अनियमितताओं और शिकायतों को देखते हुए मानपुर जनपद अंतर्गत पंचायतों को आबंटित 5 खदानों और 9 भंडारण को किये सीज और चंदिया क्षेत्र अंतर्गत 7 भण्डारण भी किये गए बंद | रेत माफिया सकते में, जिला खनिज अधिकारी बताये जांच में मिली अनियमितता के आधार पर कलेक्टर साहब द्वारा की गई है कार्यवाई |
उमरिया जिले में पूर्व के कलेक्टरों द्वारा बिना जांच के भिंड, मुरैना, ग्वालियर, रीवा और दूसरे जिलों के रेत माफियाओं को मनमाने ढंग से रेत खदान और भंडारण की अनुमति देकर जिले में अराजकता का माहौल निर्मित कर दिया गया था कही गोली चलती थी तो कहीं अवैध उत्खनन जोरों पर होता था, इतना ही नहीं कहीं डम्पर चालकों द्वारा निरीह बच्चों को ठोकर मार कर मौत के घाट उतार दिया गया तो कहीं खदान में गाड़ियों की आपसी भिडंत में निरीह गरीब मजदूर की जान ले ली गई | एन जी टी द्वारा खदानों में मशीनों के उपयोग को प्रतिबंधित किये जाने के बाद खुले आम मशीनों से नदियों का सीना छलनी किये जाने के कारण नहाने गए लोग ण जान पाने के कारण गड्ढों में डूब कर काल के गाल में समा गए | लगातार ग्रामीणों द्वारा इन सब का विरोध करने के कारण लोक सभा निर्वाचन के लिए होने वाले मतदान से फारिग होते ही जिले के कलेक्टर सभी खदानों की जांच करवाये | अपनी टीम के साथ जांच करने गए जिला खनिज अधिकारी राम सिंह उइके बताये कि जिले में जो 5 खदाने पंचायतों को आबंटित हैं उसमें सबसे बड़ी खदान मुंहबोला है उसमें सञ्चालन के दौरान अनियमितता पाए जाने पर उसकी खनन संक्रिया और परिवहन संक्रिया बंद की गई है इसी तरह करहिया और खैरभार की सी टी ओ की अवधी समाप्त होने से बंद हैं सुखदास और सलैया में भी अवैध उत्खनन की शिकायते लगातार मिल रही थी इसके चलते उनको भी बंद किया गया है और इन खदानों से सम्बंधित भंडारण भी बंद किये गए हैं विगत 15 दिनों की कार्यवाई के चलते मानपुर जनपद अंतर्गत 9 भंडारण में अनियमितता पाए जाने पर कलेक्टर महोदय के आदेशानुसार उनकी आई डी बंद की गई है और चंदिया अंतर्गत पूर्व से अनियमितता के प्रकरण चल रहे थे जिनकी संख्या 7 है उनको भी बंद किया गया है |
इस मामले में जिले के कलेक्टर स्वरोचिष सोमवंशी बताये कि जैसे – जैसे शिकायतें प्राप्त हुई हैं और दुर्घटनाओं के आधार पर हम लोगों ने कार्यवाई किया है अधिकतम जितने भी शिकायत हमारे पास आये हैं सभी पर हमने कार्यवाई कर लिया है और उनकी संख्या शायद 8 – 4 करके कुछ है |
गौरतलब है कि जिला कलेक्टर की इस कार्यवाई से जिले के रेत माफिया सकते में हैं वहीँ ग्रामीणों में खुशी का माहौल है |