जनपद अध्यक्ष ने कलेक्टर को बताई सच्चाई
उमरिया – जिले के करकेली जनपद पंचायत के चुनाव में जब से प्रियंका मून सिंह भारी बहुमत से जीत कर अध्यक्ष पद का दायित्व सम्हाली हैं तब से लगातार पंचायतों का भ्रमण कर जनपद क्षेत्रों में जाकर हर क्षेत्र की समस्याओं को सुनकर उनकी समस्याओं को दूर करने में लगातार प्रयासरत हैं। वही उपाध्यक्ष के साथ कुछ विघ्नसंतोषी जनपद सदस्य अपने निजी स्वार्थ के चलते इनके कार्य को पलीता लगाने के प्रयास में लगे हुए हैं। इतना ही नहीं विकास की बड़ी-बड़ी बात करने वाली उपाध्यक्ष और जनपद सदस्य विकास कार्य में ही आड़े आ रहे हैं और जिले के कलेक्टर को शिकायत पत्र सौंप कर कार्रवाई करने की मांग किये हैं। खुद ही देख सकते हैं उपाध्यक्ष के शिकायती पत्र में कितने हस्ताक्षर हैं।

वह भी बहुत संख्या में नही हैं, उपाध्यक्ष सहित मात्र 6 लोग ही ऐसे हैं जिनको विकास से परहेज है।

25 सदस्यों वाली जनपद पंचायत में 18 लोग विकास के साथ हैं और मात्र 6 लोग ही अपनी खिचड़ी अलग पकाने में लगे हैं। खैर होता भी ऐसा ही है जब कोई ईमानदार जनप्रतिनिधि हो या अधिकारी हो, ईमानदारी से कार्य करने लगता है बहुत से ऐसे लोग होते हैं जो बात तो ईमानदारी की करते हैं लेकिन उनको ईमानदारी हजम नही होती, बस वही हाल होता, कि हाथी के दांत खाने के और, दिखाने के और, अब जो भी हो 5 वर्ष तो इन्ही विघ्नसंतोषी लोगों के साथ गुजारना पड़ेगा।

इसी मामले को लेकर करकेली जनपद अध्यक्ष प्रियंका सिंह अपने दर्जनों जनपद सदस्य साथियों के साथ जिले के कलेक्टर को ज्ञापन देकर पूरे मामले से अवगत कराईं।

वहीं जनपद अध्यक्ष करकेली प्रियंका सिंह ने बताया कि मेरे द्वारा करकेली जनपद के वार्डों में घूम कर पता लगाया जाता है कि किस जनपद क्षेत्र में किस तरह की समस्या है और क्या आवश्यकता है मेरे द्वारा बाकायदे नियमों के तहत जनपद की बैठक कर उसमें प्रस्ताव पास कर सर्वांगीण विकास के प्रयास लगातार किए जा रहे हैं मगर कुछ विघ्नसंतोषी जनपद सदस्य झूठी शिकायतें यहां वहां करते फिरते हैं।
इसी संबंध में हमने जिले के कलेक्टर महोदय को जनपद सदस्यों के साथ जाकर शिकायत पत्र सौंपा है कि इस मामले की जांच कराई जाए और दोषियों के ऊपर कार्रवाई की जाए ताकि पूरे जनपद क्षेत्र का सर्वांगीण विकास हो सके यदि इसी तरह विकास की बात करने वाले विकास कार्य में बाधक बनते रहेंगे तो कैसे प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी की योजनाओं को हम जमीन तक लाकर लोगों को लाभ दे पाएंगे।

वही जनपद अध्यक्ष ने बताया की हमने शासन स्तर से 15वें वित्त से प्राप्त होने वाली राशि की कार्य योजना जीपीडीपी जनपद पंचायत करकेली की सामान्य सभा की बैठक में पूर्ण बहुमत से पारित किया था 18 अक्टूबर 2022 को बैठक में सभी जनपद सदस्यों के सुझावों को कार्यवाही पंजी में अंकित किए गया उसके बाद जनपद सदस्यों के हस्ताक्षर भी किया। प्रस्तावित कार्य योजना में शासन के नियमानुसार अग्रिम कार्रवाई करते हुए जीपीटीपी कार्य योजना को ऑनलाइन भी किया गया बताया गया कि प्राप्त होने वाले आवंटन अनुसार प्रशासनिक स्वीकृति जारी की गई है जो नियम अनुकूल है वहीं कुछ जनपद सदस्यों के द्वारा शिकायत कर झूठा आवेदन देते हुए प्रशासन को गुमराह करने की कोशिश की गई है जो वास्तविकता से परे है उन्होंने जनपद सीईओ करकेली द्वारा बैठक में पारित निर्णय अनुसार कार्यवाही को शासन की गाइडलाइन अनुसार ही बताया है जनपद अध्यक्ष और सदस्यों ने कलेक्टर से मिलकर यह भी बताया कि कुछ सदस्य निजी स्वार्थ के चलते स्वार्थी तत्वों के बहकावे में आकर शासन की योजनाओं में पलीता लगाने का काम कर रहे हैं। अपने निजी स्वार्थों की पूर्ति न होता देख जिले के अधिकारियों को बरगलाने का प्रयास किया जा रहा है।

इसी संबंध में जिले के कलेक्टर को बड़ी संख्या में जनपद सदस्यों के साथ पहुंच कर ज्ञापन दिया गया और मांग की गई कि इसकी जांच कराई जाए ताकि पूरे जनपद क्षेत्र का सर्वांगीण विकास मुख्यमंत्री की मंशानुसार किया जा सके।
विघ्न संतोषी जनपद सदस्यों के कार्य प्रणाली को देखकर तो यहां वही कहावत चरितार्थ हो रही है कि “अभी तालाब खुदा नहीं और मगर डेरा डाल दिए” यदि यही हाल रहा तो करकेली जनपद पंचायत का विकास कैसे होगा यह बड़ा यक्ष प्रश्न है।