सुरेन्द्र त्रिपाठी
उमरिया 19 जुलाई – मध्य प्रदेश शासन के कैबिनेट मंत्री व आदिम जाति कल्याण मंत्री मीना सिंह के विधानसभा क्षेत्र मानपुर व मानपुर के गांवों में बिजली को लेकर हाहाकार मचा हुआ है वहीं सरकार कहती है कि किसानों को 24 घंटे बिजली दी जाएगी लेकिन बिजली को लेकर किसान फांसी लगाने को मजबूर है अन्नदाता बेहाल है गांव के गांव अंधेरे में डूबे हैं लोग परेशान हैं ऊपर से क्षेत्र के जे ई कहते हैं फांसी लगाना है तो लगा लो साथ ही मानपुर मुख्यालय के युवा रैली निकालकर पुतला फूंकते नजर आ रहे है तो ग्रामीण किसान एस ई. कार्यालय का घेराव करने को मजबूर है ।
उमरिया जिले के मानपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण एवं किसान बिजली की समस्या को लेकर सड़क पर हैं किसान एस ई. कार्यालय का घेराव कर बिजली की मांग कर रहे हैं नहीं तो बड़ा आंदोलन करने को कह रहे हैं उमरिया और कटनी जिले की सीमा पर बसे गांव के रहने वाले किसानों की बिजली कटनी जिले की सीमा के पास से काट दी जाती है इस कारण सीमा के आसपास के गांव अंधेरे में डूब जाते हैं और वहीं ठीक से पानी न गिरने के कारण फसलें सूखने की कगार पर हैं। ग्राम सलैया के किसान नत्थू लाल पटेल का कहना है कि हम लोगों बिजली न होने से खेती नही कर पाते हैं, हमारी लागत लग चुकी है खेती सूख रही है, पानी नही गिर रहा है, कुंओं में पानी नही है, भारी परेशानी का सामना ग्रामवासी कर रहे हैं, हमारे क्षेत्र के 3 ट्रांसफार्मर जले हुए हैं, हम कनिष्ठ यंत्री भरेवा से बताये तो ट्रांसफार्मर नही बदले गए हैं, हमारी समस्या हल नही हो रही है, इसीलिए हम लोग आए हैं हमारी समस्या हल करवाई जाए, हम लोग अपने विधायक जी से कई बार बोल चुके हैं वो हमारी बात नही सुनती हैं इसीलिए हम लोग उनके पास नही गए हैं।
वहीं किसान लोकेश पाल का कहना है कि हम एस ई साहब से मिले तो वो बोले कि हम लाइट चालू करवाएंगे लेकिन हमको भरोसा नहीं है दूसरे जिले का मामला है, वो लोग कटनी जिले के बरही वाले कहते हैं कि जो कोई लाइट चालू करेगा हम उस पर एफ आई आर करवा देंगे इसलिए हमको भरोसा नही है, अगर हमारी समस्या हल नही हुई तो अब हम सभी लोग यहीं बैठेंगे आमरण अनशन करेंगे और नही होगा तो हम यहीं पेड़ में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लेंगे, हम किसान हैं, हमारे लड़के बच्चे भूखे मर जायेंगे, हम अन्नदाता हैं, यदि हम अनाज नहीं पैदा करेंगे तो देश की जनता कैसे खाएगी, हमारा निवेदन है कि हमारी समस्या हल की जाय।
वहीं श्रोती प्रसाद कुशवाहा का कहना है कि हमारी लाइट जुडवा दी जाय, हमारी लाखों की लागत लगी है, करोणों का नुकसान है, दो तीन गांव की स्थिति खराब है, हम लोग जब बरही वालों से कहते हैं तो वो सीधे बोलते हैं कि जो भी लाइट जोड़ेगा हम उसको जेल भिजवा देंगे इसलिए हम लोग यहां आए हैं हमारे यहां फसल सूख रही है, यहां तक कि पीने को पानी नही है कुंओं में, कुंए सूखे पड़े हैं मात्र बोर के सहारे हैं।
वही मामले को बढ़ता देख कर बिजली विभाग के अधिकारी कटनी जिले के अधिकारियों से बातचीत कर मामले को निपटाने में लग गए हैं लेकिन उसी बीच भरेवा क्षेत्र के बिजली अधिकारी ने एक किसान से अभद्र टिप्पणी करते हुए यह तक कह दिया कि फांसी लगाने से बिजली बनती है तो जाओ और फांसी लगा लो अभी बिजली नहीं बनेगी।
जब मामला बढ़ने लगा तो वरिष्ठ अधिकारी सामने आना प्रारंभ किया और मामले को सुलझाते हुए कहा गया कि आज बिजली बन जाएगी लेकिन किसान कार्यालय के अधिकारियों के सामने अड़ गए तब बिजली विभाग के अधिकारी आनन फानन में आधे घंटे के अंदर बिजली बनवाने का आश्वासन दिया ।
हम आपको बता दें कि यह मामला मध्य प्रदेश का पहला मामला होगा कि कटनी जिले के बिजली विभाग के अधिकारी यह कहते हैं कि हम उमरिया जिले के किसानों को बिजली नहीं देंगे और अगर बिजली जुड़ी तो जेल करवा दिया जाएगा तो वही अधिकारी भी संवेदनशीलता को पार करते हुए किसानों पर अभद्र टिप्पणी करते नही थकते ।
गौरतलब है कि मानपुर विधानसभा से लगातार विधायक रही मीना सिंह जो अब प्रदेश सरकार में अजाक मंत्री भी उनके द्वारा किसानों की उपेक्षा किये जाने से किसान दुखी तो हैं वहीं उनका यह रवैया प्रदेश के मुखिया किसान पुत्र किसानों के मसीहा शिवराज सिंह के घोषणाओं को पलीता लगता नजर आ रहा है।