संजय चतुर्वेदी रीवा-
कोरोना के कहर के बीच भीषण गर्मी में प्रवासी कामगार गर्मी और कोरोना से मौत के डर को भी दरकिनार कर अपने-अपने घरों को लौट रहे हैं, हजारों की संख्या में लोग छोटे छोटे बच्चे और बुजुर्गों को साथ जब पैदल चलते दिखते हैं तो मजबूत से मज़बूत इरादों वालों के दिल पिघल जाते हैं। ऐसा ही देखने को मिला मध्यप्रदेश के रीवा में ईद के पवित्र त्यौहार पर रीवा के मुस्लिम भाइयों ने तमिलनाडु से रीवा हो कर यूपी और बिहार के मजदूरों को ले कर जा रही बस को रीवा में रोक कर सभी यात्रियों को ज़रूरत के मुताबिक उनकी आवश्यकता की चीजें उपलब्ध कराई गई.

सभी को फल खाने पीने का सामान और बच्चों के लिए दूध का इंतज़ाम किया। सैकड़ों किलोमीटर की यात्रा करके आये यात्रियों की रीवा में इस तरह की ख़ातिरदारी देख कर सभी की आंखें नाम हो गईं।

सभी यात्रियों की देखरेख और उनके खाने-पीने का इंतज़ाम मुख्य रूप से मिंटू, रकीम, आदिल, अमीन, रिंकू, ताजिर, विक्की, अरशद, सीबू, अन्नू, इशहाक, तन्नू और इनके साथियों ने किया। जिसका यात्रियों ने हृदय से आभार व्यक्त किया।