सुरेन्द्र त्रिपाठी
उमरिया 24 अगस्त – जिले में कोरोना ने किया शतक पार, आज फिर आई 5 लोगो की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट जिसमे 4 पुरुष और 1 महिला शामिल हैं। पाली से 2 पुरुष, नौरोजाबाद से 1 पुरुष और जिला मुख्यालय के खलेशर बस्ती से 1 पुरुष और 1 महिला। अब जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या हुई 105, जिसमें 2 की मौत हो चुकी है, एक्टिव केश की संख्या हुई 40, अब तक डिस्चार्ज हुए 63, लगातार बढ़ रहे कोरोना पॉजिटिव केशों से लोगों में चिंता, वहीं 245 रिपोर्ट अभी अप्राप्त हैं साथ ही आज 183 सैम्पल कलेक्ट किये गए हैं जिनको अभी जांच के लिए अहमदाबाद भेजा जाएगा, इस तरह 428 रिपोर्ट आना शेष है। जिले में लगातार सी एम एच ओ द्वारा की लापरवाही का नतीजा सामने आता जा रहा है। कन्टेनमेट जोन में भी दिख रहा लापरवाही का नमूना। हालांकि जिले के कलेक्टर लगातार लोगों के कार्य विभाजन कर सभी की डियुटी लगा रहे हैं लेकिन उसके बाद भी जिले का अमला सही ढंग से अपनी डियुटी नही निभा रहा है कन्टेनमेन्ट जोन के लोग बाहरी क्षेत्रों में घूमते नजर आते हैं जिससे लगातार संक्रमण बढ़ता जा रहा है, वहीं अगर देखा जाय तो बाजारों में कहीं भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होता नजर नही आता है, चाहे यातायात थाने के सामने सब्जी की दुकानें हों या नगर पालिका के बगल से लगने वाली सब्जी की दुकान हों, जबकि सुबह थोक सब्जी मंडी में सारी कड़ाई और नियम वहीं दिखाई देती है, लेकिन सुबह थोक सब्जी व्यापारियों में आक्रोश पनप रहा है कि हमारी गाड़ियों को नीचे नही उतरने दिया जाता है जिसके चलते पल्लेदार गिर कर घायल हो रहे हैं, वहीं अगर खलेशर बस्ती की तरफ देखा जाय तो लगातार संक्रमितों की संख्या में वहीं पर इजाफा हो रहा है उसके बाद भी जिन घरों को सील किया गया है उसके दूसरे तरफ के 4 – 5 घरों को भी सील करने की आवश्यकता नजर आ रही है लेकिन जिले का स्वास्थ्य विभाग और सी एम एच ओ, नोडल अधिकारी इस तरफ से आंख बंद किये बैठे हैं, सूत्रों की मानें तो कोरोना का पूरा भय जिले के सी एम एच ओ को ही है जबकि जिले के कलेक्टर कहीं भी औचक निरीक्षण करने पहुंच जाते हैं, उनके कार्य प्रणाली से तो लगता है कि कलेक्टर साहब कोरोना प्रूफ हैं और जिनकी सारी जबाबदेही है वो कोरोना के नाम से बंगले की ए सी का आनंद छोड़ कर फील्ड में निकलते ही नही हैं बस बजट और कागजों में सारा दिन काला पीला करने में जुटे रहते हैं, ऐसे में तो आवश्यकता है जिले के कलेक्टर कड़े कदम उठाए और जिम्मेदारों को फील्ड में भेजें साथ ही अब तक आये कोविड 19 के बजट की जांच भी करवाएं जिससे सारी सच्चाई सामने आ जाय, नही तो वो दिन दूर नही जब उमरिया जिला प्रदेश के टॉप टेन कोरोना संक्रमित जिलों में अपना नाम दर्ज करवाएगा।