उमरिया – जिले की विकास की संभावनाओ को तलाश कर उन्हें क्रियान्वयन कराना, शासन की योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन तथा अधोसंरचना एवं विकास के कार्यो को समय सीमा में गुणवत्ता के साथ पूरा कराना जिला प्रशासन की प्राथमिकता होगी। जिले के पत्रकार योजनाओं के क्रियान्वयन की कमियों एवं उन्हें दूर करने के उपायों से अवगत कराते रहे। जिला प्रशासन सदैव सकारात्मक रूख अपनाकर निराकरण के लिए आपके साथ है।
यह विचार उमरिया जिले के नवागत कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य ने पत्रकारों के साथ परिचयात्मक वार्ता के दौरान व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि पत्रकार निष्पक्ष भाव से मुद्दे उठाते है, उनके द्वारा प्रशासन को अपनी कमियों की जानकारी मिलती है। प्रशासन भी उपलब्ध संसाधनों के आधार पर उनका निराकरण करेगा। आपने पत्रकारों से सकारात्मक पत्रकारिता करके आम जनता की समस्याओं के निराकरण में सहभागी बनने का आग्रह किया ।
पत्रकार वार्ता में पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू, अपर कलेक्टर शिव गोविंद मरकाम, विभिन्न समाचार पत्रों, चैंनलों तथा वेबसाइट के संचालक एवं संवाद दाता उपस्थित रहे । पत्रकारों द्वारा केंद्रीय विद्यालय भवन हेतु जमीन उपलब्ध कराने के मुद्दे पर कलेक्टर ने कहा कि केंद्रीय विद्यालय का संचालन जिला प्रशासन की प्राथमिकता में है। जल्द ही भवन निर्माण प्रक्रिया प्रारंभ कराने का प्रयास किया जा रहा है। जिला चिकित्सालय में एनीथिसिया तथा नेत्र रोग विशेषज्ञ की जो कमी महसूस की जा रही है उसे पूरा कराने का प्रयास किया जाएगा। एस ई सी एल के सी एस आर की राशि का उपयोग जिले के विकास में किया जाएगा।
नवागत पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू ने कहा कि संवेदनशील एवं पुलिस मित्र पुलिसिंग को बढ़ावा देना, महिलाओं का सशक्तिकरण तथा महिला अपराधों को सख्ती के साथ रोकना, सायबर क्राइम को रोकने तथा सायबर अपराध से बचने के लिए जन जागरूकता लाना प्राथमिकता होगी। सभी लोग सकारात्मक सोच के साथ कार्य करके जिले के विकास को नया आयाम देने में सफल होंगे।
अपर कलेक्टर एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी शिवगोविंद मरकाम ने भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदान में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने हेतु किये जा रहे नवाचारों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मतदान दिवस पर दी जाने वाली मतदाता पर्ची अब नही दी जाएगी, उसके स्थान पर वि आई एस वोटर आइडेंटी स्लिप दी जाएगी । इस स्लिप में मतदाता की फ़ोटो नही रहेगी । मतदान के दौरान मतदाता को अपनी पहचान स्थापित करने हेतु भारत निर्वाचन आयोग द्वारा उस समय जारी किए गए पहचान पत्रों में से कोई एक पहचान पत्र मतदान के दौरान लेकर जाना होगा। आपने निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदाता सूची संक्षिप्त कार्यक्रम द्वितीय चरण की जानकारी भी दी।