गांव के दबंगों ने विद्यालय सहित खेल मैदान में किया अवैध कब्जा लिखित शिकायत के बाद भी नही हो रही कार्यवाही
उमरिया – मानपुर विधानसभा अंतर्गत ग्राम पंचायत कोटरी के ग्राम बरा के ग्रामीणों द्वारा दी गई जानकारी अनुसार बताया गया की इन दिनों क्षेत्र में शासकीय जमीन हड़पने की प्रथा जोरों पर है जहां भी देखा जाए वहीं शासकीय जमीन पर किसी न किसी का अवैध कब्जा मिल ही जाएगा।
इसी तरह ग्राम पंचायत कोटरी के ग्राम बरा के कुछ नामचीन दबंग जैसे ईश्वरदीन पटेल, बाल्मीकि पटेल, दिनेश पटेल, मोहन, अशोक, संतोष आदि ने भी शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा करने की योजना बनाई जिनके द्वारा क्षेत्र में खाली पड़ी शासकीय जमीन का पता लगाया गया तो कहीं भी खाली भूमि नहीं मिली तभी उक्त दबंगों की नजर विद्यालय के खेल मैदान में लगी और शासकीय खाली भूमि पर ट्रेक्टरनुमा जेसीबी मशीन के माध्यम से देखते ही देखते खेल मैदान को खेत में तब्दील करा दिया गया।
इतना ही नही दबंगों द्वारा खाली पड़ी विद्यालय की भूमि पर अवैध कब्जा करने के बाद प्रधानाचार्य को किसी से शिकायत न करने की धमकी देते हुए उक्त भूमि पर बोर खनन कराते हुए भारी भरकम मशीन डाल कर रातों दिन सिंचाई कर खेल मैदान की भूमि पर खेती करने की योजना बनाई जा रही है।
पीने के पानी को मोहताज हैं विद्यालय के छात्र
ग्राम पंचायत कोटरी स्थित ग्राम बरा के सरपंच सचिव के साथ विद्यालय के प्रधानाध्यापक द्वारा जिम्मेदारों को दी गई लिखित शिकायत करते हुए बताया गया की विद्यालय प्रांगण व आस पास के एरिया में एकलौते हैंडपंप की सुविधा उपलब्ध थी जो विद्यालय के छात्र छात्राओं के पानी पीने के काम आता था। लेकिन हाल ही के दिनों में गांव के कुछ जाने माने दबंगों द्वारा विद्यालय की भूमि पर लगे हैंडपंप के बगल से दबंगई के साथ बोर खनन कार्य करा लिया गया है और उसमे हैवी मोटर डाल कर रातों दिन खेतों की सिंचाई की जा रही है जिस कारण विद्यालय में लगे हैंडपंप पानी की जगह हवा उलगने लगे हैं और विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चे पीने के पानी को तरस रहे हैं।
ऐसा नहीं है की संबंधित मामले की जानकारी शासन प्रशासन को न दी गई हो जब कि ग्राम के सरपंच सचिव समेत विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा लिखित में दबंगों के प्रति कार्यवाही हेतु मानपुर तहसीलदार एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को शिकायत पत्र सौंपते हुए संबंधित दबंगों के प्रति कानूनी कार्यवाही किए जाने की मांग की गई थी। लेकिन शिकायत के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भीं शासन प्रशासन गांव के पूंजीपति दबंगों से विद्यालय एवं खेल मैदान की भूमि को आजाद कराने में नाकाम साबित हो रहा है।
अब जिले के कलेक्टर से ग्रामीणों की अपेक्षा है कि संबंधित मामले को गंभीरता से लेते हुए विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों के भविष्य को देखते हुए विद्यालय की भूमि एवं खेल मैदान की भूमि को संबंधित पूंजीपति दबंगों के कब्जे से मुक्त कराया जाय ताकि क्षेत्र में शांति का वातावरण कायम रखा जा सके और बच्चों को विद्यालय में पीने के पानी एवं खेलने के मैदान की व्यवस्था हो सके।