किसानों ने बिजली समस्या को लेकर काली पट्टी बांध कर विरोध प्रदर्शन किया। अपर कलेक्टर ने किसानों को बिजली समस्या जल्द दुरुस्त करने आश्वासन दिया है।
उमरिया – जिले में बिजली समस्या से परेशान गैर राजनीतिक किसान संगठन ने कलेक्ट्रेट के बाहर जमकर हंगामा मचाया जिसको देख कर पुलिस ने सुरक्षा के दृष्टिकोण से कलेक्टर कार्यालय का मुख्य गेट बन्द कर दिया और किसानों को भीतर नही आने दिया।
बाद में मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा जिसको लेने अपर कलेक्टर शिव गोविन्द मरकाम बाहर आये। इस दौरान बिजली समस्या को लेकर प्रभावित दर्जनों गांव के किसान लामबंद दिखे।
ज्ञापन में उल्लेख है कि अघोषित बिजली कटौती, मनमाफिक बिजली बिल, जली कटी केबल्स, जले ट्रांसफार्मर से लगातार बिजली गुल रह रही है, जिससे कृषि कार्य, पेय जल व्यवस्था, बच्चों की शिक्षा जैसे ज़रूरी काम प्रभावित हो रहे है।
जिले के क़ई क्षेत्र में बिजली विभाग की लापरवाही से फसल सूख गई और सूख रही है।
इस दौरान जिला पंचायत सदस्य ओमकार सिंह ने कहा कि जिले में बिजली की समस्या के त्वरित निराकरण की पहल नही कि गई तो सात दिवस के अंदर किसान उग्र आंदोलन करने विवश होंगे, जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। जिले के किसान नेता शकील खान ने कहा कि दुर्भाग्य है कि जिले में संजय गांधी थर्मल पावर होने के बाद भी बिजली बाहर जा रही है, पर यहाँ के किसान व आमजन बिजली के लिए परेशान है।कार्यक्रम में मौजूद जिला पंचायत सदस्य सावित्री सिंह ने कहा कि किसान का मूल आधार कृषि है और कृषि का आधार बिजली है। सरकार बिजली की पर्याप्त आपूर्ति नही दे पा रही, जो दुर्भाग्यपूर्ण है।
इस दौरान ग्राम मझगवां, सरसवाही, बरबसपुर, घंघरी, महिमार, चंदवार, बड़वार,धनवार समेत दर्जन भर से अधिक ग्रामों से आये सैकड़े से अधिक किसान मौजुद रहे। बिजली समस्या को लेकर प्रदर्शन में पहुंचे किसान काली पट्टी लगाकर विरोध प्रदर्शन किए है। ज्ञापन लेने के दौरान अपर कलेक्टर शिव गोविन्द मरकाम ने किसानों को जिले में जल्द बिजली समस्या को दुरुस्त करने का आश्वाशन दिया है।