उमरिया – जिले के दौरे पर 24 मई को आये प्रदेश के मुखिया खिलाड़ी बच्चों के हाथ मे हॉकी को जैसे ही देखे उनके भीतर का मामा जाग गया और मंच से आवाज लगा कर बच्चों से पूंछ लिया कि बच्चों तुमको हाकी खेलने के लिए एस्ट्रोटर्फ चाहिए क्या? बच्चे भी बेचारे मामा की आवाज़ सुनते ही जोर से हां मामा चाहिए, मामा भी कहाँ पीछे हटने वाले थे, घोषणा करने में उनका सानी दूसरा कोई नही है। आज अगर दानवीर कर्ण जिंदा होते तो मामा के आगे नही टिकते। मामा ने आव देखा न ताव झट से घोषणा कर दिया कि तुमको एस्ट्रोटर्फ दिए। बच्चे भी खुश और मामा भी खुश।
17 सितम्बर 2016
हालांकि यह कोई पहली बार घोषणा नही किये है, इसके पूर्व 17 सितम्बर 2016 में उमरिया स्टेडियम से मामा खुले दिल से सवा करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले एस्ट्रोटर्फ की घोषणा कर चुके हैं। मुख्यमंत्री ने शहर में 6 एकड़ जमीन में स्पोर्ट्स काम्प्लेक्स के निर्माण की घोषणा कर कलेक्टर को निर्देशित कर दिया था। उनके द्वारा घोषणा करने के बाद तत्कालीन कलेक्टर अभिषेक सिंह ने कृष्णा ताल में 6 एकड़ जमीन का चयन कर समतलीकरण भी करवा दिया था लेकिन बजट नही आने के कारण कार्य नही हुआ।
पत्र व्यवहार
उसके बाद जिले के खिलाड़ी लगातार पत्र व्यवहार करते रहे, जिले के प्रभारी मंत्री राम किशोर कांवरे नानो द्वारा भी पत्र व्यवहार किया गया, विधायक बांधवगढ़ शिव नारायण सिंह द्वारा भी पत्र व्यवहार किया गया लेकिन कोई भी प्रतिक्रिया मुख्यमंत्री कार्यालय से नही आई। खिलाड़ी अपने आप को ठगा सा महसूस करने लगे।
विधायक शिव नारायण सिंह
वर्ष 2018 में बांधवगढ़ विधायक शिव नारायण सिंह ने विधानसभा चुनाव से पूर्व मुख्यमंत्री के संभावित दौरे को देखते हुए खिलाड़ियों से वादा किया कि हम मुख्यमंत्री जी से निवेदन करेंगे कि खिलाड़ियों को एस्ट्रोटर्फ के लिए बजट दे दिया जाय।
वहीं 24 मई को मामा का फिर से खिलाड़ी प्रेम छलक उठा और फिर से घोषणा कर दिए, अब देखना है कि जिले के खिलाड़ियों को एस्ट्रोटर्फ मिलता है या फिर इस बार भी अन्य घोषणाओं की तरह यह भी चुनावी घोषणा तक सीमित रह जाती है।