उमरिया – जिले में इन दिनों भू माफियाओं की दबंगई चरम पर है चाहे जिसकी भी जमीन हो पटवारी और आर आई की मदद से उसकी जमीन पर कब्जा जमाने अपने 10-12 साथियों के साथ जेसीबी मशीन लेकर पहुंच जाते हैं पटवारी और आर आई पर आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने बताया यह लोग हमारी जमीनों को पीछे करके भू माफियाओं के लिए जमीन आगे नाप लेते हैं जहां हम पुश्तों से काबिज हैं उस जमीन को आज दूसरी बताकर भू माफियाओं के पक्ष में पूरा कार्य करते हैं।
जब हम शिकायत करने जाते हैं तो हमारी शिकायत भी कहीं नहीं सुनी जाती है उसके बाद भूमाफिया अपनी जेसीबी मशीन और 10-12 साथियों के साथ आकर किसी भी जमीन पर जहां मन पड़ता है गड्ढे खोदना और उस जमीन पर कब्जा करना शुरू कर देते हैं। बोलने पर जान से मारने की धमकी देते हैं और कहते हैं कि यहां से भाग जाओ नहीं तो इसी जेसीबी मशीन से गड्ढे खुदवा कर तुमको इस जमीन में गड़वा देंगे और तुम्हारी जितनी कूबत हो जहां शिकायत करना हो शिकायत कर दो।
ऐसा ही एक मामला पटवारी हल्का भरौला के ग्राम भरौली से सामने आया।
रामसनेही पाल एवं उसके साथियों ने बताया कि मुन्ना भाई जान अपने 10-12 साथियों के साथ जेसीबी मशीन लेकर हमारी जमीन पर कल शाम 4:30 बजे आकर के गड्ढे खोदने लगा और हमारे पौधों को उखाड़ – उखाड़ कर फेंक दिया।
जब हम भरौली चौकी गए तो वहां हमारी शिकायत नहीं लिखी गई हम लोगों को दिन भर बैठाया गया और वहां से भगा दिया गया आज जब हम पूरे गांव के लोग एकत्रित होकर के भरौली चौकी आए हैं तो वहां मौजूद अधिकारी द्वारा पहले तो उटपटांग शब्दों का उपयोग किया गया इसके बाद हमारी शिकायत लिखी गई हालांकि हम लोग इतना ज्यादा पढ़े लिखे नहीं हैं क्या लिखा गया मगर बाद में हम जब दूसरों से अपनी शिकायत को पढ़वाये तो पता चला कि धारा 155 पुलिस हस्तक्षेप अयोग्य अपराध की रिपोर्ट लिख कर दे दी गई। जबकि हम लोगों ने बताया कि मुन्ना भाई जान हम लोगों को जान से मारने की धमकी देता है गाली गलौज करता है हमारी जमीन पर जबरन कब्जा करता है वह शिकायत नहीं लिखी गई अब हम लोग किसके पास जाएं और कहां जाएं जब शासन ही हमारी नहीं सुनेगा तो हम गरीब बेमौत मारे जाएंगे।
वहीं ग्राम भंगहा निवासी भागवंती कोल बताई कि हम लोग 4 पीढ़ी से यहां रह रहे हैं और हम लोगों को बेघर करने के लिए मुन्ना भाई जान अपने 10 – 12 साथियों के साथ जेसीबी मशीन लाकर घर और बाड़ी तोड़ने लगा था जब हम सभी इकट्ठा हुए तब अपनी मशीन लेकर गया है, हम लोग कलेक्टर साहब के यहां भी अर्जी दिए हैं।
जबकि एक तरफ हमारे मुख्यमंत्री मामा जी कहते हैं कि भूमाफियाओं को मैं छोडूंगा नहीं उनको 10 फीट जमीन के नीचे गाड़ दूंगा मगर यहां भूमाफिया हम लोगों को जमीन के नीचे गाड़ने के लिए तैयार हैं मामा जी का बुलडोजर भी इनके सामने नहीं आता है ऐसा लगता है कि पूरे अधिकारी और मामा जी का डोजर भी इन भू माफियाओं के सामने नतमस्तक हो गया है ऐसे में हम गरीबों की सुनने वाला अब कोई नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में तो कभी भी कोई घटना घट सकती है।
गौरतलब है कि पूर्व के कलेक्टर द्वारा जिले के भूमाफियाओं को नोटिश जारी करवा कर जबाब मांगा गया था तो सभी भूमाफिया शांत होकर बैठ गए थे लेकिन अब फिर से जिले में भूमाफिया तेजी से सक्रिय हो गए हैं। ऐसे में आवश्यकता है कि जिले के चिन्हित भूमाफियाओं पर सख्त कार्रवाई कर गरीब आदिवासी, पिछड़े किसानों को उनकी जमीन वापस लौटाई जाय और सही ढंग से सीमांकन कर किसानों की जमीन को नापा जाय ताकि जिले में अप्रिय स्थिति निर्मित न हो सके और भूमाफियाओं के घर पर भी मामा का बुलडोजर चलना चाहिए ताकि उनको दूसरों को बेघर करने का दर्द पता चल सके।