रिपोर्ट – हीरा सिंह चंदेल
उमरिया – जिले भर में हो रही शराब की अवैध पैकारी को लेकर भाजपा युवा मोर्चा ने मोर्चा खोल दिया है, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष अमित सिंह ने कई कार्यकर्ताओं के साथ जिले के कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए जिले के कोने कोने में हो रही अवैध शराब की पैकारी पर प्रतिबंध लगाने मांग की है। गौरतलब है कि जिला मुख्यालय से सटे करीब दर्जन भर से अधिक गांवों में बाहरी व्यक्तियों के माध्यम से शराब पहुंचाई जाती है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में भी आसानी से शराब उपलब्ध हो रही है। वहीं सौंपे गये ज्ञापन में कहा गया है कि आगामी 10 दिनों के भीतर कार्यवाई नही हुई तो युवा मोर्चा आंदोलन करने मजबूर होगा।
पैकारी करने वाले सभी अपराधी
भाजपा युवा मोर्चा अमित सिंह ने सौपें गये ज्ञापन में कहा है कि शराब दुकान में काम करने वाले और अवैध शराब की पैकारी करने वाले भी क्रिमिनल हैं, इनमें से कईयों के ऊपर बड़े और गंभीर अपराध पुलिस थानों में दर्ज हैं और कुछ फरारी तो कुछ जमानत पर उमरिया की शांति को दूषित करने आये हुए है। उन्होंने यह भी कहा है कि स्टेशन रोड पर स्थित अंग्रेजी शराब दुकान यहां होने से लोगों के साथ साथ छात्र छात्राओं को भी कई बार नुकसान उठाना पड़ता है, कई बार नशे में धुत्त नशेड़ी अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं, जिससे लोगों को शर्मशार होना पड़ता है।
नौकरनामा किसी का काम कोई कर रहा
सूत्र बताते हैं कि उमरिया शराब दुकान में ठेके के बाद संबंधित ठेकेदार द्वारा आबकारी विभाग की मिलीभगत से ठेके संबधी दस्तावेजों में जमकर छेड़छाड़ की गई है, ठेकेदार ने नौकरनामा किसी दूसरे के नाम से जमा किया है, जबकि शराब दुकान और पैकारी करने वाले लोग दूसरे हैं। सूत्रों के हवाले से मिल रही इस खबर पर प्रशासन अगर जांच करें तो और भी खुलासे हो सकते हैं की आंखिर ठेकेदार ने ऐसा कृत्य किया है?और अगर किया है तो क्यों किया है अगर ऐसा है तो इतना जरूर है कि पैकारी के दौरान कुछ ऊंच नीच हुई तो नौकरनामा वाले कर्मी साफ सुथरा बरी रहेगें और अवैध बेकारी करने वाले जिले से बाहर के लोग एक बार फिर अपराध कर कर फरार हो चुके होंगे।
युवा मोर्चा को क्यों पड़ी जरूरत ?
सरकारी ठेके पर शराब का धंधा करने पर शायद किसी को आपत्ति नही होनी चाहिए मगर यहां अवैध शराब की पैकारी को रोकने के लिए भाजपा युवा मोर्चा ने आगे कदम बढ़ा दिया है, ज्ञापन में उल्लेख है कि ग्रामीणों और खासकर युवा पीढ़ी नशे की लत की ओर बड़ी तेजी के साथ अग्रसर हो रही है, जिनका भविष्य अंधकार मय हो जायेगा।
वहीं अगर देखा जाय तो उमरिया जिला मुख्यालय स्टेशन रोड निवासी शराब माफिया भी इनके साथ मिल कर पहले से दुगनी स्पीड से शराब बिक्री में लगा हुआ है और जिम्मेदारों ने उसकी तरफ से आंख बंद कर रखा है, ऐसा नही है कि आज शराब तस्करी कर रहा है। वर्षों से अवैध शराब के धंधे में लिप्त है इतना ही नही जब लोकल ठेकेदार से नही बनती तो शहपुरा कटनी और अन्य जगहों से शराब लाकर बाइक से होम डिलीवरी अधिकारियों की नाक के नीचे शहर में करता है। वहीं आबकारी विभाग भी आंख बंद कर पैकारों को बढ़ावा देने में पीछे नही है, नाम मात्र को ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर छोटे मोटे लोगों को पकड़ कर अपनी पीठ थपथपाने में लगा है।