Case of blind robbery exposed अंधी लूट के प्रकरण का पर्दाफाश
अंधी लूट के प्रकरण का पर्दाफाश
पाली पुलिस ने की कार्यवाही
02 आरोपी गिरफ्तार 1 की तलाश जारी
घटना में प्रयुक्त स्कूटी, 01 पिस्टल व 04 नग जिंदा कारतूस, 3000 रूपये जप्त
उमरिया – जिले के पाली थाने में दिनांक 28.02.2023 को फरियादी घनश्याम गुप्ता निवासी पाली द्वारा रिपोर्ट दर्ज कराई गई कि उसकी रामपुर में शुभ लक्ष्मी हार्डवेयर नाम की दुकान है, रात करीब 10.00 बजे फरियादी अपनी दुकान बंद कर रहा था तभी तीन अज्ञात बदमाश स्कूटी (Activa) से दुकान पर आये और पाइप खरीदने के बहाने दुकान में घुस गये उनमे से एक आरोपी द्वारा पिस्टल दिखाकर फरियादी को चिल्लाने से मना किया और तीनों बदमाश फरियादी के साथ मारपीट कर उसके काउंटर से 10,000/- रूपये व फरियादी का मोबाइल फोन लेकर स्कूटी से शहडोल तरफ भाग गये। फरियादी की रिपोर्ट पर थाना पाली में धारा 394 ताहि का प्रकरण कायम कर विवेचना में लिया गया ।
मामले की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक उमरिया प्रमोद कुमार सिन्हा द्वारा संबंधित थाना प्रभारी को आरोपी की पतारसी व शीघ्र गिरफ्तारी हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये साथ ही घटना की तत्काल सूचना उमरिया व सीमावर्ती जिले के कंट्रोल रूम में दी जाकर आरोपियों की धरपकड़ हेतु नाकाबंदी कराये जाने हेतु निर्देशित किया गया एवं पुलिस अधीक्षक उमरिया द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया जाकर विवेचना टीम को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये साथ ही आरोपी की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु 10,000/- रूपये की ईनाम उद्घोषणा की गई एवं मामले की गंभीरता के दृष्टिगत आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु डी.सी सागर अति. पुलिस महानिदेशक शहडोल जोन शहडोल द्वारा 30,000/- रूपये के ईनाम की उद्घोषणा की गई।
विवेचना के दौरान तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों के कुरकुचा तरफ भागने के प्रमाण मिलने पर क्षेत्र में सर्चिंग कर मुखबिर लगाये गये, उसी दौरान जानकारी प्राप्त हुई कि दिनांक 01.03.2023 को इस तरह की घटना शहपुरा एवं कुंडम के बीच घटित हुई है जिसमे आरोपी द्वारा कट्टा दिखाकर लूट करने का प्रयास किया गया है। प्राप्त जानकारी के आधार उक्त क्षेत्र में आरोपियो के संबंध में जानकारी एकत्रित करना शुरू किया गया जिससे पाली पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगा कि उक्त बदमाश कियोस्क संचालक के पास लूट के उद्देश्य से गये थे परंतु मौका न मिलने से लूट की वारदात को अंजाम नही दे सके।
उसी दौरान तीनो बदमाशो में से एक की पहचान अजय सिंह गोंड़ निवासी औढेरा के रूप में हुई। जिसको पाली पुलिस द्वारा पता तलाश कर अभिरक्षा में लेकर बारीकी से पूछताछ की गई जिस पर उसके द्वारा अपने साथ पुष्पेन्द्र सिंह बरकडे व सोनू विहारी उर्फ सतीश मिश्रा के साथ मिलकर दिनांक 28.02.2023 को हार्डवेयर की दुकान में लूट की वारदात को अंजाम देना स्वीकार किया गया। प्रकरण में अन्य दो आरोपी पुष्पेन्द्र सिंह व सोनू विहारी उर्फ सतीश की तलाश की गई जिसमें सोनू बिहारी उर्फ सतीश मिश्रा के मिलने पर अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई जिसके द्वारा जुर्म स्वीकार किया गया। प्रकरण में आरोपी अजय सिंह गोंड़ के कब्जे से लूट के 2000/- रूपये व उसकी निशानदेही पर स्कूटी जप्त की गई, आरोपी सोनू विहारी उर्फ सतीश मिश्रा के कब्जे से घटना में प्रयुक्त पिस्टल व 04 नग जिंदा कारतूस एवं लूट के 1000/- रूपये जप्त किये गये। प्रकरण का तीसरा आरोपी पुष्पेन्द्र सिंह बरकड़े फरार है जिसकी गिरफ्तारी हेतु सकारात्मक प्रयास जारी है।
उपरोक्त प्रकरण को सुलझाने में अनु. अधि. पुलिस उमरिया नागेन्द्र प्रताप सिंह चौहान, अनु. अधि. पुलिस पाली जितेन्द्र सिंह जाट के नेतृत्व में निरी. आर. के. धारिया थाना प्रभारी पाली, उनि मनीष सिंह, उनि मुकेश मर्सकोले, आर. 266 अनिल पटेल, आर. 03 यशवंत सिंह, प्र.आर. चा. अजय सिंह परिहार एवं सायबर सेल टीम का सराहनीय योगदान रहा।
हालांकि एडीजी शहडोल और एस पी उमरिया की सक्रियता के चलते आरोपी पकड़े गए लेकिन पाली थाना प्रभारी की निष्क्रियता कहीं न कहीं साफ नजर आती है जिसके चलते पाली अपराध का अड्डा बनता जा रहा है, इसके पूर्व जब ये नौरोजाबाद में रहे तब भी वहां यही हाल रहा, इतना ही नही जब इनको स्थानांतरित कर शहडोल जिले में भेजा गया तब भी वहाँ यही हाल रहा और अब पाली के हाल बेहाल होते जा रहे हैं। यदि यही हाल रहा तो आम आदमी घर से निकलने में डर महसूस करेगा। आवश्यकता है कि उच्च अधिकारी समय रहते इस पर ध्यान दें ताकि जनता के बीच अच्छी छवि बरकरार रहे।