उमरिया 14 जुलाई – कोतवाली थाना अंतर्गत ग्राम चंदवार से मई माह में नाबालिक लड़की का हुआ था अपहरण, नौरोजाबाद थाने के ग्राम छादा से आरोपी हुआ गिरफ्तार, लड़की के परिजनों ने लड़की को घर ले जाने से किया मना, पुलिस के सामने समस्या।
उमरिया जिले की कोतवाली थाना अंतर्गत ग्राम चंदवार की नाबालिक किशोरी के अपहरण माह मई में हो गया था, तब से लगातार परिजन उसकी तलाश में लगे थे, अन्ततः परिजनों को पता चला कि नौरोजाबाद थाना अंतर्गत ग्राम छादा में अजय प्रधान के घर मे है तो पुलिस को सूचना दिए जिस पर उमरिया पुलिस ग्राम छादा में अजय प्रधान के घर से बरामद कर दस्तयाब की। वहीं किशोरी ने अजय के प्रभाव में आकर अपने माता पिता के साथ जाने से मना कर दिया, किशोरी का भाई भी काफी प्रयास किया अंत मे भाई कहा कि मेरी बहन का 20 मई को अपहरण हो गया था पुलिस ले आई है, मैं और पुलिस काफी प्रयास किया लेकिन वो घर नही जाना चाहती है अब मैं भी नही ले जाना चाहता हूँ, अगर पुलिस मेरे ऊपर दबाब बनाती है और मेरी बहन कुछ कर लेती है तो उसकी जबाबदारी पुलिस की होगी।
इस मामले में जब टी आई वर्षा पटेल से बात किया गया तो वो कुछ भी बोलने से मना कर दीं तब जांच अधिकारी एस आई आर डी प्रजापति बताये कि ग्राम छादा का रहने वाला अजय प्रधान नाबालिक किशोरी को ग्राम चंदवार से 20/05/2020 को भगा कर ले गया था उसको दस्तयाब कर लिया गया है, उस समय धारा 363 का अपराध पंजीबद्ध किया गया था किशोरी से पूंछ – तांछ में पता चला कि उसके साथ गलत करता था जिस पर धारा 366क, 376, 376(2)एन, आई पी सी, 5(एल)/6 पास्को एक्ट,की धारा बढ़ाई गई है, आरोपी को न्यायालय में पेश किया जा रहा है, वहीं बताये कि किशोरी के घर के लोग ले जाने से मना कर दिए हैं इसलिए उसको हम लोग अभी वन स्टाप सेंटर में रखे हैं, वहीं पूंछा गया कि यदि काउंसलिंग के बाद भी घर जाने को तैयार नही हुई तो पुलिस क्या करेगी, तो कहे कि समस्या तो होती है लेकिन क्या करें अब जैसी स्थिति बनेगी वैसा किया जाएगा।
गौरतलब है कि नाबालिक किशोरियों का अपहरण होता है या बहकावे में आकर किसी के साथ चली जाती हैं, ऐसे में परिजन भी परेशान होते हैं और उस समय विषम स्थिति उत्पन्न हो जाती है जब वो अपने घर जाने को मना कर देती है तब पुलिस भी परेशान होती है, आवश्यकता है इस स्थिति से निपटने के लिए कोई ठोस कदम उठाने की।