आरबीआई कहता है कि अपना बैंक अकाउंट, एटीएम पासवर्ड, ओटीपी किसी से भी शेयर ना करें लेकिन ऑनलाइन ठगी करने वाले किसी ना किसी बहाने से लोगों को ठगने में नहीं चूकते इस बार ठगों ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के जरिये जन्म दात्री माताओं के खातों से ऑनलाइन ठगी कर उनके एकाउंट से पैसे निकाल लिए, जिसकी शिकायत पाली थाना में की गई है अब पुलिस जांच का आश्वासन देकर मामले की जांच में जुटी हुई है।
मामला उमरिया जिले के आदिवासी ब्लॉक बिरसिंहपुर पाली का है जहां पाली थाने शिकायत दर्ज कराई गई है कि भोपाल से फोन आया था कि आपके खाते में माताओं के डिलीवरी का पैसा आने वाला है जिससे अपने खाते का नंबर दीजिए हितग्राहियों ने अपने खाते का नंबर तो दिया फोन भी आया और खातों से पैसा निकल गया किसी के खाते से 5 हजार तो किसी के खाते से 10 हजार और किसी के खाते से 30 हजार रुपये ठगों ने पार कर दिये। अब हितग्राही पाली थाने का चक्कर काट रहे हैं और शिकायत दर्ज कराई है।
पीड़ित वीरेन्द्र भरद्वाज ने बताया कि मेरे पास आंगनबाड़ी के थ्रो काल आया कि आपकी घरवाली जिसको डिलीवरी होनी है उसका पैसा आने वाला है, भोपाल से साहब जो जानकारी मांगे दे दीजिए। उसके बाद कांफ्रेंस काल हुआ और मैं गाड़ी चला रहा था तो हमसे कहे कि अपना खाता नम्बर बता दीजिए तो हमने खाता नम्बर बता दिया जिसके बाद हमारे खाते से 30 हजार रुपये कट गए। हम थाने में रिपोर्ट किये हैं अभी आश्वासन मिला है।
वहीं रजत कुमार वर्मा ने बताया कि हमारे पास काल आया कि आपको डिलीवरी वाला पैसा आने वाला है जीरो बैलेंस खाते में नही आएगा पहले 5 हजार खाते में डलवाओ तब पैसा 16 हजार 4 सौ आएगा हमने 5 हजार खाते में डलवाया और खाता नम्बर बताया फिर हमने चेक किया तो 5 हजार निकल गया था। हमने थाने में रिपोर्ट किया है अभी कोई कार्रवाई नही हुई है।
इस मामले में एसडीओपी पाली जितेन्द्र सिंह जाट ने बताया कि पाली थाने में सूचना प्राप्त हुई है कि कुछ लोगों के खाते से पैसे डेबिट हुए हैं अभी जांच की जा रही है, जैसी रिपोर्ट आएगी वैसी वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
भारत सरकार ने डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, कि हितग्राहियों को घर बैठे फायदा मिले, इसके लिए कई प्रकार के ऐप का निर्माण किया गया कि मोबाइल से मोबाइल पैसा ट्रांजैक्शन किया जा सके लेकिन यह डिजिटल ट्रांजैक्शन लोगों की गले का फांस बना हुआ है, इससे कम पढ़े लिखे लोग ऑनलाइन ठगी का शिकार होते हैं, जिनकी संख्या बढ़ती जा रही है, अब देखना यह होगा कि इन गरीब लोगों का पैसा कैसे वापस आता है यह एक बड़ा सवाल बना हुआ है।