Home क्राइम 17 वर्षीय किशोर की मौत या ह्त्या – सुरेन्द्र त्रिपाठी

17 वर्षीय किशोर की मौत या ह्त्या – सुरेन्द्र त्रिपाठी

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उमरिया 10 अप्रैल – जिले के चंदिया थाना अंतर्गत ग्राम बांका में 17 वर्षीय किशोर की संदेहास्पद मौत | 36 घंटे में मिला शव, ग्रामीण आक्रोशित | परिजनों ने लगाया आरोप कि मार कर फेंका गया पानी में, कांग्रेस नेता और जिला पंचायत अध्यक्ष ने मांग किया निष्पक्ष जांच कराने का | सरकार के चहेते ठेकेदार पदम सिंघानिया के पत्थर खदान से मिली लाश, पैसों के दम पर किया जा रहा है अवैध ब्लास्टिंग किसान भी परेशान, जिला प्रशासन मौन खनिज विभाग की है मिली भगत | वहीँ शव का भी हुआ अपमान नगर परिषद चंदिया के कचरा वाहन से जिला अस्पताल लाया गया शव, जबकि शव वाहन पहुँच रहा था घटना स्थल ग्राम बांका तक |

मामला है उमरिया जिले के चंदिया थाना अंतर्गत ग्राम बांका का, जहां बुढार निवासी रसूखदार ठेकेदार पदम सिंघानिया की टी बी सी एल अर्थात तिरुपति बिल्डकान कम्पनी प्राइवेट लिमिटेड का हॉट मिक्स प्लांट, क्रेशर एवं पत्थर खदान है, यहाँ आराजी खसरा नंबर 371/1 रकबा 2 हेक्टेयर में पत्थर खदान स्वीकृत है और लगभग 50 से 52 फुट गहरी खदान होने के कारण 26 फुट पानी भरा था एक नहीं ऐसी 3 खदान हैं जिनसे भारी मात्रा में ब्लास्टिंग करके पत्थर निकाला जा चुका है और उसी बंद खदान से ग्राम बांका निवासी 17 वर्षीय किशोर शिवम यादव का शव 36 घंटे बाद भारी मशक्कत से होम गार्ड के जवानों द्वारा तलाशने के बाद मिला जिसको देखते ही ग्रामीण आक्रोशित होकर सिंघानिया के प्लांट में घुस गए और परिजन शव देखने के बाद आरोप लगाये की मार कर फेंका गया है | मृतक के भाई तुलसी प्रसाद यादव ने आरोप लगाया है कि उसकी मौत पानी से नहीं हुई है क्योंकि उसके पेट में एक बूँद भी पानी नहीं गया, उससे तैरते नहीं आता था, उसकी चप्पल प्लांट में पडी है, उसके कान से खून निकल रहा था, बनियान पहने हुए निकला है जबकि नहाने वाला बनियान उतार कर नहाता है, वो हमेशा प्लांट में ही नहाता था कभी भी तैरने या तालाब में नहाने नहीं गया वो सिंघानिया के हिताची में काम करता था उसकी मौत वहीँ हो गई है, वहां से जो चालू खदान है, जिसमें अभी ब्लास्टिंग चल रही है, इस घटना के बाद दोनों डम्पर भाग महुआर में खड़े हो गए बाद में सूना पाकर बाईक में बैठा कर बीच में रख कर लाये और लाकर उस खदान वाले गड्ढे में झुला कर पानी में फेंक दिए हैं उसके मुंह में दवा भी लगी थी और दाहिना बाजू उखाड़ा हुआ है | वहीँ मृतक के बड़े पिता देश राज यादव का आरोप है की 8 तारीख को शाम 4 बजे मेरे को फोन से खबर मिला तब मैं खदान गया तो वहां पुलिस पहुँच चुकी थी कुछ गाँव के लोग भी थे वहां तलाश रहे थे टी शर्ट और लोवर खदान में था चप्पल कंपनी में था जहां ब्लास्टिंग चल रहा था जबकि बिना चप्पल के वो कही भी नहीं जाता था और कभी मवेशी चराने भी जाता था तो नहाता नहीं था क्योंकि उससे तैरते नहीं बनता था उसके कंधे में चोट है और मुंह में दवाई लगी है हमको शंका है की उसको मार कर फेंक दिए हैं जब निकाला गया है तो उसके मुंह से पानी भी नहीं निकला है और लाश 15 घंटे में ऊपर आ जाती है  लेकिन 36 घंटे में भी ऊपर नहीं आई |

टी बी सी एल कम्पनी का इतना आतंक है कि सैकड़ों एकड़ जमीन पर लोग ब्लास्टिंग और क्रेशर डस्ट के चलते खेती छोड़ दिए हैं ग्राम बांका के ही किसान मुन्ना लाल चौधरी बताते हैं कि हम लोग मजदूरी करके अपना गुजारा करते हैं खेती नही कर पाते हैं ये लोग हल चलना बंद करवा देते हैं कहते हैं कि ब्लास्टिंग होगी पत्थर उड़ेगा हम नहीं जानते हैं तुम लोग यहाँ खेती मत करो, जिसके  पीछे हम लोग बेरोजगार हो गए हैं कई बार शिकायत भी किये हैं लेकिन इनके पैसे के आगे हमारी गरीबों की कोई नहीं सुनता है सरकार और जिले के अधिकारी बस पैसे वालों को देखते हैं, जब से इनका काम चालू हुआ है बहुत से मवेशी इस गड्ढे में मर चुके हैं |

इस मामले में कम्पनी के दो कर्मचारी जो की एक बिलासपुर छत्तीसगढ़ का राज कुमार जोगी और सिवनी जिले का संकेत राव रहने वाला है बताए की हम लोग नहाने गए तो वो डूबकी लगाया जब ऊपर नहीं आया तो सोचे कि नीचे तैर रहा है फिर ऊपर नहीं आया तो हम जाकर देखे तो नहीं मिला तब कंपनी में बताये फिर कंपनी की तरफ से पुलिस को सूचना दिए, हालांकि दोनों कर्मचारी उसके बाद से किसी को नजर नहीं आये जो की संदिग्ध हैं |

इस मामले में कांग्रेस नेता पुष्पराज सिंह और जिला पंचायत अध्यक्ष ज्ञानवती सिंह ने शासन – प्रशासन से मांग किया है कि डाक्टरों की टीम से विडियोग्राफी के साथ पोस्ट मार्टम करवाया जाय और मृतक के परिवार को न्याय दिया जाय तथा दोषी को सजा मिले |

घटना स्थल पर मौजूद जिला खनिज अधिकारी राम सिंह धुर्वे से जब बात किया गया कि इतनी गहरी खदान नियम विरुद्ध है और जब खदान बंद कर दिया गया है तो इसकी फैंसिंग क्यों नहीं करवाई गई औए यहाँ चेतावनी का बोर्ड क्यों नहीं लगाया गया तथा ठेकेदार द्वारा इस खदान की फिलिंग क्यों नहीं करवाई गई और आपके द्वारा क्या कार्यवाई किया गया तो ठेकेदार का पक्ष लेते हुए कहे कि अभी हमारे साथ टेक्नीकल स्टाफ है हम जांच करवा रहे हैं कि खसरा नंबर 371/1 में 2 हेक्टेयर खदान स्वीकृत थी और इसका रिनुवल 2018 से 2028 तक के लिए हुआ है और घटना स्थल स्वीकृत क्षेत्र में है या नहीं यहाँ अनियमितताएं भी दिख रही है स्वीकृत क्षेत्र फैंसिंग होना चाहिए, चेतावनी का भी बोर्ड होना चाहिए, अभी हम जांच कर रहे हैं जो भी अनियमितताएं सामने आएगी उस पर हम कार्यवाई करेंगे अनियमितता तो दिख रही है हम उसका प्रतिवेदन बना कर कलेक्टर साहब को देंगे |

इस मामले में मौके पर पंहुचे जिले के एस पी सचिन शर्मा का कहना है कि हमको जानकारी मिली कि ग्राम बांका का एक बालक यहाँ तैरने आया था और डूब गया तो उसको निकालने का हमारे होम गार्ड का विशेष दल किया और सफलता पूर्वक निकाला गया बाक़ी की जानकारी आपको थाना प्रभारी देंगे |

जब थाना प्रभारी एम एल वर्मा से पूंछा गया तो उनका कहना है कि परसों 2 बजे की घटना है कल शाम को बॉडी मिली है अभी तो पानी में डूबने से ही मृत्यु हुई लगती है बाकी पोस्ट मार्टम रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा अभी मर्ग कायम कर लिया गया है जांच चल रही है |

गौरतलब है की मृतक किशोर शिवम यादव के माँ की माने तो घर से रविवार को सुबह साढ़े 6 बजे घर से जाने के बाद वापस नहीं लौटा और परिजनों के आरोप और तथ्य को माने तो शिवम की मौत के बाद शव को पानी में फेंका गया है यदि पानी में डूबने से मौत होती तो कुछ पानी पीता और पेट से पानी निकलता वहीँ अगर कम्पनी के कर्मचारी और पुलिस की बात भी मान लें की पानी में तैरने के लिए गया था तो पानी के लेबल से पानी में कूदने पर 26 फिट गहरे पानी में शरीर का इतना दबाब नहीं बनता कि कहीं चोट लग पाती, कोई भी कूदने वाला पानी के नीचे तल तक नहीं पहुँच सकता है ऐसे में अब देखना है गरीब परिवार को न्याय मिलता है या ठेकेदार के रसूख के आगे प्रशासन घुटने टेक देता है |

 

 

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