उमरिया 12 जून – जिले में उपार्जन के गेंहू खरीदी का समय समाप्त होने के बाद, एवं परिवहन का समय समाप्त हो ने के बाद भी लगातार अभी तक किया जा रहा है परिवहन वहीँ डोडका कुम्हार्रा सहकारी समिति ने पी डी एस का घुना हुआ और मानपुर सहकारी समिति ने कंकड़, पत्थर वाला गेंहू भेजा, खाद्य विभाग कर रहा लीपा पोती, नही करवा रहा ऍफ़ आई आर | घुना गेंहू रखने पर शासन को होगा करोड़ों का नुकसान |
प्रदेश में उपार्जन के गेंहू खरीदी की तिथि 24 मई को समाप्त हो चुकी थी उसके आधार पर 5 से 7 दिन के भीतर जिले का पूरा गेंहू परिवहनकर्ता द्वारा भंडारित किया जाना था लेकिन लापरवाही के चलते अभी तक गेंहू का परिवहन कार्य किया जा रहा है उसका फ़ायदा सहकारी समितियां भी उठाने में नहीं चूकीं लेकिन उनकी बेईमानी पकड़ी गई | ओपन कैप सागरा में विपणन संघ के प्रबंधक के नजर में सहकारी समितियों की बेईमानी नजर में आ गई, सहकारी समिति डोडका कुम्हार्रा के प्रबंधक ने पी डी एस का घुना हुआ गेंहू भण्डारण के लिए भेज दिया और सहकारी समिति मानपुर के खरीदी प्रभारी ने कंकड़, पत्थर मिला हुआ अमानक स्तर का गेंहू भेज दिया | इसकी सूचना जिले के कलेक्टर से लेकर खाद्य विभाग तक को दी गई लेकिन मात्र खाद्य विभाग के अधिकारी ही मौके पर पंहुचे और विपणन संघ के क्वालिटी कंट्रोलर को बुला कर नमूना लिए और नमूना जप्त किये | क्वालिटी कंट्रोलर कृष्ण पाल सिंह बताये कि समिति डोडका में पूरा घुना गेंहू, पुराना गेंहू मिला है, उसको किनारे रखवा कर समिति वाले को बता दिया गया है, यदि वो बदल देते हैं तो ठीक है नहीं तो उचित कार्यवाई की जायेगी, डोडका की 366 बोरी पुराना और घुना हुआ है और मानपुर की 131 बोरी गेंहू है जो अमानक स्तर का है मानपुर के गेंहू में छन्ना लगवाएंगे जिससे वो सही हो जाएगा |
वहीँ विपणन संघ के प्रबंधक टी पी सोनी का कहना है कि मैं गेंहू तो उतरवा लिया हूँ और घुना हुआ गेंहू अलग रखवा दिया गया है समिति प्रबन्धक को बुलावा लिया गया है उनको बोल दिया गया है कि इसको ले जाओ छन्ना करवा कर ले आओ फिर जमा करवाओ, वहीँ कहे कि वापस ले जाने का प्रावधान तो नहीं है जो भी है यहीं सामने करना पडेगा, गहने हुए गेंहू को वापस ले जाएँ और दूसरा लाकर जमा करें वहीँ नियमानुसार ऍफ़ आई आर करवाने की बात पर कहे कि अगर दूसरा गेंहू लाकर जमा करते हैं तो नहीं करवाएंगे नहीं तो ऍफ़ आई आर करवाना पडेगा |
इस मामले पर खाद्य विभाग से आये सहायक आपूर्ति अधिकारी और कनिष्ट आपूर्ति अधिकारी अपनी कार्यवाई तो किये नमूना निकलवा कर सील कर जप्त किये और अनिष्ट आपूर्ति अधिकारी यज्ञ दत्त त्रिपाठी बताये कि अभी हम लोगों ने मारफेड के जो क्वालिटी कंट्रोलर हैं उनसे सैम्पलिंग करवा कर 1 – 1 सैम्पल ले लिया है और इसकी रिपोर्ट अभी हम जिला आपूर्ति अधिकारी महोदय को देंगे वो निर्णय देंगे इसमें क्या करना है वो वोटिंग अथार्टी है इसमें निर्णय देंगे क्या करना है |
गौरतलब है प्रदेश के कई जिलों में जिले के कलेक्टर ऐसे मामलों में समितियों के ऊपर ऍफ़ आई आर करवा चुके हैं और मुख्य मंत्री के भी निर्देश हैं कि गरीबों के खाद्यान्न से जो भी खिलवाड़ करे उसके ऊपर तत्काल ऍफ़ आई आर करवाई जाय लेकिन ऐसा लगता है कि उमरिया जिले में प्रदेश के मुखिया का निर्देश प्रभावी नहीं है और समिति प्रबंधकों को बचाने का प्रयास जिला आपूर्ति अधिकारी द्वारा किया जा रहा है, ऐसे में जिले के कलेक्टर को मामले में संज्ञान लेकर तत्काल गरीबों के हक़ पर डाका डालने वाले समिति प्रबंधकों पर तत्काल ऍफ़ आई आर करवाना चाहिए, नहीं तो शासन को करोड़ों का छूना लगाने में देर नहीं होगा और कैप में भंडारित लाखों क्विंटल गेंहू घुन कर खराब हो जाएगा |