उमरिया 14 मई – जिले में ई ओ डब्ल्यू रीवा की टीम ने दबिश दिया चिल्हारी समिति प्रबंधक पर, ग्रामीणों द्वारा की गई थी शिकायत जय किसान ऋण माफी योजना और अन्य योजनाओं में घोटाले की | कैमरे के सामने न आते हुए ई ओ डब्ल्यू के इन्सपेक्टर प्रवीन चतुर्वेदी बताये कि अभी हम लोग इन्दवार बैंक, चिल्हारी सहकारी समिति और इन्दवार सहकारी समिति को नोटिश देकर बुधवार तक का समय दिए हैं कि 10 साल के पूरे रिकार्ड रीवा स्थित ईओ डब्ल्यू कार्यालय में पेश करें |
चिल्हारी सहकारी समिति के प्रबंधक नीली शर्ट पहने समिति के कार्यालय में खड़े जगदीश प्रसाद तिवारी जब से समिति का प्रभार लिए हैं तब से क्षेत्र के किसानों का शोषण करके करोड़ों में धन कमाए हैं, उनके दौलत का यह आलम है कि जितनी देर तक कार्यालय में रहते हैं उतनी देर तक उनकी स्कार्पियो गाडी स्टार्ट खडी रहती है और उसका ए सी चालू रहता है | हालांकि जांच करने आये ई ओ डब्ल्यू के इन्सपेक्टर प्र वीं चतुर्वेदी कैमरे के सामने नहीं आये लेकिन चिल्हारी समिति के सेल्स मैन शेष मणि मिश्रा और आपरेटर सतेन्द्र चतुर्वेदी बताये कि ई ओ डब्ल्यू की टीम आई थी और प्रबंधक नहीं थे तो वो लोग बोले कि बुधवार तक रीवा स्थित आर्थिक अपराध अन्वेषण कार्यालय में जानकारी भिजवा दें |
इस मामले में शिकायतकर्ता चन्द्र प्रताप चतुर्वेदी निवासी ग्राम महरोई बताये कि जय किसान कर्ज माफी योजना में जिन किसानों के नाम पर भ्रष्टाचार शामिल हुआ था उसके सम्बन्ध में मैंने ई ओ डब्ल्यू रीवा और भोपाल को शिकायत किया था वहां से आज ई ओ डब्ल्यू की टीम भी आई हुई थी लेकिन सोसायटी से जगदीश तिवारी नदारद थे उनको ई ओ डब्ल्यू वालों ने नोटिश देकर बुधवार तक का समय दिया है 10 साल का रिकार्ड लाने के लिए जो भी भ्रष्टाचार हुआ है शायद उसमें किसानों को न्याय मिल सके |
गौरतलब है कि चिल्हारी सहकारी समिति के प्रबंधक जगदीश तिवारी द्वारा करोड़ों रुपये का घोटाला किया गया है मृत व्यक्तियों के नाम भी ऋण दिया गया है यदि सही ढंग से जांच हुई तो शासन को करोड़ों का चूना लगाने से बच जाएगा और लोगों को न्याय भी मिलेगा |