उमरिया 19 अप्रैल – बागड़ ही खेत खाए तो रखवाली कौन करेगा, इस कहावत को चरितार्थ किया उमरिया पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय में पदस्थ एक आरक्षक ने, नाबालिग लड़की का अपहरण कर 3 साल अपने पास रख कर करता रहा बलात्कार बाद में उतार दिया मौत के घाट, और लाश लेकर भाग गया अपने गाँव, बाद में पुलिस ने पकड़ कर भेजा जेल |
उमरिया पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय में पदस्थ ट्रेड आरक्षक वीरेंद्र सिंह दिखने में तो सीधा – सादा दिखता है लेकिन इसके कारनामे दिल दहला देने वाले हैं | कहावत है कि जब बागड़ ही खेत खाए तो रखवाली कौन करेगा | इस कहावत को चरितार्थ कर दिया आरक्षक वीरेंद्र ने, ये अनूपपुर जिले के करन पठार थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम दमहेडी का रहने वाला है और उमरिया में पदस्थ है | ये एक नहीं दो नहीं तीन नहीं 5 – 5 पत्नी रखा है, दो तो शहडोल में रहती हैं एक छोटी तुम्मी में और एक कहीं और रहती है, चार बीबीयों को रखने के बाद इसका मन नहीं भरा तो अपने गाँव के ही पास गाँव से 17 साल की नाबालिक किशोरी को अपहरण कर ले आया और उसको 3 साल तक अपने पास रख कर दुष्कर्म करता रहा जब मन भर गया तो उसको मार कर चुप – चाप किराए की गाडी कर उसके शव को लेकर 11 अप्रैल को अपने गाँव भाग गया वहां उसके अंतिम संस्कार की तैयारी करने लगा इसी बीच किसी ने उमरिया पुलिस को सूचना दे दिया कि वीरेंद्र सिंह के पत्नी की मौत हो गई है और संदिग्ध लग रही है तब उमरिया पुलिस हरकत में आई, टी आई उमरिया राकेश उइके बताये कि इसके गृह ग्राम के थाना क्षेत्र पुलिस को सूचना दिए तो तत्काल वो मौके पर पंहुच कर मृतिका के परिजनों को सूचना देकर उसका पोस्ट मार्टम करवाए और शव को लड़की के परिजनों के सुपुर्द कर दिए और करन पठार पुलिस जीरो पर कायमी कर आरोपी वीरेन्द्र को गिरफ्तार कर उमरिया पुलिस को सूचना दिए, तब उमरिया पुलिस ने मर्ग क्रमांक 28/19 धारा 174 आई पी सी का प्रकारण दर्ज कर जांच शुरू कर दी जिसके जांच पर से प्रथम द्रष्टया आरोपी आरक्षक को अपने कस्टडी में लेकर अपराध क्रमांक 165/19 पर धारा 363, 366ए, 376(2)(एन) 506, आई पी सी और 3/4 पास्को एक्ट लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम 2012 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर पोस्ट मार्टम रिपोर्ट का इंतज़ार कर रही है बाद में धरा 302 का भी इजाफा किया जाएगा |
इस मामले में जब पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय के एस पी मुकेश वैश्य से बात किया गया तो वो बताये कि इसकी सर्विस बुक का अध्ययन करने पर मिला कि दूसरी पत्नी रखने के मामले में सन 2012 में इसकी जांच हो चुकी है और उस पर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक बड़ी सजा से दण्डित किये थे और इसके पहले भी ये इस प्रकार की आदतों में शुमार रहा है और मैंने भी इसी संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त होने पर इसको एक सजा दिया है और काफी सारी सजाएं इसके खाते में हैं अब तक लगभग 24 सजा ये पा चुका है, वहीँ जब पूंछा गया की विभाग के लिए ये तो एक बदनुमा धब्बा है और इसकी सेवा समाप्ति की संभावनाए नजर आ रही है तो उनका कहना रहा कि मैं तो यही कहूंगा कि जांच करके हम कार्यवाई करेंगे लेकिन ये बात सही है कि मामला गंभीर है और इस व्यक्ति जो सर्विस बुक के आधार पर पुराना इतिहास है वो भी ठीक नहीं है निश्चित रूप से विभागीय कदाचरण का मामला बनता है |
जब इस मामले में आरोपी आरक्षक वीरेंद्र सिंह से बात किया गया तो उसका कहना है कि मेरे यहाँ 1 साल से रह रही थी और शादी का चक्कर चल रहा था इतना ही हुआ है कि मैं थाना में सूचना नहीं दिया था मैं पुलिस विभाग में हूँ कुक ट्रेड आरक्षक हूँ वो साथ में रहती थी मैं घर ले जा रहा था बस थाना में सूचना नहीं दे पाया था उस समय मेरा दिमाग काम नही कर रहा था अकेले रहा, पकड़ जाने के बाद स्वीकार किया कि शादी नहीं हुई थी |
इस मामले में एस पी पी टी एस मुकेश वैश्य का कहना है कि ये वीरेन्द्र सिंह हमारे यहाँ ट्रेड आरक्षक के पद पर पदस्थ है और हमारे यहाँ से 11 तारीख से डियूटी से गायब था आज हमें कोतवाली थाना उमरिया से रिपोर्ट प्राप्त हुई है कि किसी महिला को अपनी पत्नी बना कर रखा था और उसकी मृत्यु होने पर थाना कोतवाली में अपराध पंजीबद्ध हुआ है और उसमें गंभीर धाराएं लगी हुई है जिससे स्पष्ट होता है कि मामला गंभीर प्रवृत्ति का है और उसको गिरफ्तार कर लिया गया है, रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद हम प्राथमिक जांच का आदेश दे रहे हैं और जो भी विभागीय कार्यवाई होगी की जायेगी |
गौरतलब है कि आम जनता पुलिस को अपना रखवाला समझती है और पुलिस को भी देश भक्ति जन सेवा का पाठ पढ़ाया जाता है लेकिन ऐसे भक्षक पुलिस वाले तो पुलिस के नाम पर कलंक हैं इनको तो सेवा समाप्ति के साथ ऐसी सजा मिले कि ये पूरी जिन्दगी जेल के सलाखों के पीछे ही गुजारें ताकि दूसरों को भी सबक मिल सके |